क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म वजीरएक्स ने स्वीकार किया कि हालिया साइबर हमले से प्रभावित ग्राहक अपना पूरा पैसा वापस नहीं पा सकेंगे, भले ही कंपनी पुनर्गठन की योजना बना रही हो। एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में, फर्म के सलाहकार ने कहा कि सर्वाधिक अच्छी स्थिति में कंपनी 55-57 प्रतिशत रिटर्न पैसा वापस कर सकती है।
क्रोल के प्रबंध निदेशक (पुनर्गठन) जैसन करदाची ने कहा, ‘इस पुनर्गठन के लिए लगभग 55-57 प्रतिशत शुद्ध लागत की आवश्यकता होगी। क्रिप्टो के संदर्भ में, इस पुनर्गठन के लाभ से उपयोगकर्ताओं को सिर्फ इतना ही वापस किया जा सकता है।’
भारतीय क्रिप्टो करेंसी प्लेटफॉर्म ने यह भी कहा कि वह पुनर्गठन कर रहा है और इस प्रक्रिया के तहत वह पूंजी उपलब्ध कराने तथा साझेदारी और सहयोग के लिए किसी निवेशक से जुड़ने पर विचार कर रहा है। पुनर्गठन एक ऐसी योजना है, जिसमें उपयोगकर्ताओं को आनुपातिक, न्यायसंगत तरीके से तथा क्रिप्टो में परिसंपत्तियों का वितरण किया जाएगा तथा पूंजी उपलब्ध कराने तथा साझेदारी/सहयोग के लिए उपयुक्त व्यक्ति को नियुक्त करके उपयोगकर्ताओं को टोकन वसूली में सुधार किया जाएगा।
कंपनी ने कहा है कि इस बदलाव में उपयोगकर्ताओं के साथ मुनाफा विभाजन, चोरी हुईं क्रिप्टो परिसंपत्तियों का पता लगाने एवं वसूली करने तथा जरूरतमंद उपयोगकर्ताओं को तुरंत क्रिप्टो निकासी की अनुमति देने के लिए राजस्व पैदा करने वाले उत्पादों और प्रणालियों पर अमल करना भी शामिल होगा।
सिंगापुर स्थित जेटाई की मूल कंपनी वजीरएक्स ने 23 अगस्त को सिंगापुर की अदालत में पुनर्गठन के लिए आवेदन किया। मंगलवार को सिंगापुर की अदालत मोहलत देने के बारे में निर्णय लेने से पहले ऋणदाताओं के विचारों को ध्यान
में रखेगी। 18 जुलाई 2024 को हुए साइबर हमले में 24 करोड़ डॉलर की क्रिप्टो परिसंपत्तियां चोरी हो गई थीं। यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी में से एक थी।
ग्राहकों द्वारा अपना पैसा वापस पाने के लिए दबाव बनाए जाने के बाद कंपनी ने कहा है कि वजीरएक्स की मूल कंपनी जेटाई को समय दिए जाने की आवश्यकता है, ताकि वह आकस्मिक असुरक्षित ऋणदाताओं के साथ मिलकर एक पुनर्गठन प्रस्ताव तैयार कर सके, जिस पर ऋणदाताओं द्वारा मतदान किया जा सके और उसे मंजूरी दी जा सके।
वजीरएक्स के संस्थापक निश्चल शेट्टी का कहना है कि जुटाई गई धनराशि इक्विटी के विरुद्ध नहीं होगी क्योंकि कंपनी का बिनेंस के साथ विवाद चल रहा है। शेट्टी ने बताया, ‘जेटाई के रूप में, हमारी स्थिति अभी भी यही है कि वजीरएक्स को बिनेंस को बेचा गया था और यह विवाद अभी भी जारी है।