Capgemini WNS Acquisition: फ्रांस की आईटी सर्विस प्रोवाइडर Capgemini ने भारत की आउटसोर्सिंग कंपनी WNS का अधिग्रहण करेगी। कंपनी ने सोमवार को यह ऐलान किया। यह डील पूरी तरह नकद होगी और इसकी वैल्यू $3.3 बिलियन (करीब ₹27,500 करोड़) होगी। रॉयटर्स ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। कंपनी की ओर से यह कदम Capgemini को Agentic AI (ऐसे एआई सिस्टम जो स्वयं फैसले लेने में सक्षम होते हैं) के सेक्टर में आगे बढ़ने और अपने क्लाइंट्स के बिजनेस ऑपरेशन्स को आधुनिक बनाने में मदद करेगा।
Capgemini, WNS के प्रति शेयर के लिए $76.50 चुकाएगी, जो 3 जुलाई को शेयर के क्लोजिंग प्राइस से 17% ज्यादा है। इसमें WNS का मौजूदा कर्ज शामिल नहीं है।
इस अधिग्रहण के जरिए Capgemini एक विशेष परामर्श (consulting) कारोबार खड़ा करना चाहती है जो कंपनियों को अत्याधुनिक एआई तकनीकों के जरिए अपने ऑपरेशंस में बदलाव लाने में मदद करेगा। Capgemini ने कहा है कि वह विशेष रूप से Agentic AI में “महत्वपूर्ण निवेश” करेगी, जो ऑटोमेटेड फैसले लेने वाले एआई सिस्टम पर फोकस है।
Capgemini के सीईओ ऐमन एज्जात (Aiman Ezzat) ने कहा, “WNS हमारे डिजिटल बिजनेस प्रॉसेस सर्विसेज पोर्टफोलियो को हाई ग्रोथ, हाई मार्जिन और मजबूत प्रदर्शन के साथ मजबूती देगा और अमेरिका बाजार में हमारी मौजूदगी को और बढ़ाएगा।”
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WNS एक बिजनेस प्रॉसेस आउटसोर्सिंग (BPO) और डेटा एनालिटिक्स सर्विस प्रोवाइडर है, जो 13 देशों में 600 से ज्यादा क्लाइंट्स को सर्विसेज देता है। इसके ग्राहकों में Coca-Cola, T-Mobile और United Airlines जैसी वैश्विक कंपनियां शामिल हैं।
Capgemini को उम्मीद है कि यह सौदा उसके राजस्व (revenue) और ऑपरेटिंग मार्जिन को तत्काल प्रभाव से मजबूत करेगा। कंपनी का अनुमान है कि 2026 तक इसका EPS (अर्जित प्रति शेयर आय) 4% तक बढ़ेगा, जबकि 2027 तक, सिंर्जी (synergies) जुड़ने के बाद यह बढ़त 7% तक पहुंच सकती है। Capgemini ने यह भी साफ किया कि यह अधिग्रहण उसके 2025 के फाइनैंशल गाइडलाइंस को प्रभावित नहीं करेगा।
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पिछले महीने, Capgemini और जापान की Dai-ichi Life Holdings के बीच एक मल्टी-ईयर पार्टनरशिप हुई। इसके अंतर्गत भारत में एक ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) स्थापित किया जाएगा। यह सेंटर बीमा कंपनी की आईटी और डिजिटल रणनीति को समर्थन देगा और भारत की विशाल प्रतिभा क्षमता का लाभ उठाएगा। यह GCC एडवांस्ड सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड, एआई और डेटा सॉल्यूशंस, और साइबर सुरक्षा जैसी सर्विसेज उपलब्ध कराएगा।
(रॉयटर्स इनपुट्स के साथ)