नकदी संकट का सामना कर रही Byju’s की मूल कंपनी थिंक ऐंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (टीएलपीएल) ने सोमवार को घोषणा की कि उसने अपने सभी इक्विटी शेयरधारकों से राइट्स निर्गम के जरिये 20 करोड़ डॉलर जुटाने की मंजूरी दे दी है।
Byju’s के संस्थापक बैजू रवींद्रन ने कहा, ‘यह राइट्स निर्गम उन लोगों के लिए है जो कंपनी के हित के बारे में सोचते हैं। एक संस्थापक होने के साथ-साथ मैं कंपनी का सबसे बड़ा निवेशक भी हूं।
जुटाई गई रकम का उपयोग तुरंत वाली देनदारियां चुकाने और परिचालन जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।’ रवींद्रन ने यह भी कहा कि Byju’s अब परिचालन लाभप्रदता हासिल करने से एक तिमाही से भी कम दूर है।
ऋणदाताओं के एक समूह द्वारा यूनिकॉर्न के खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करने के कुछ दिनों के बाद Byju’s ने यह कदम उठाया है।
ऋणदाताओं ने कहा कि थिंक ऐंड लर्न के खिलाफ कॉरपोरेट दिवालिया कार्यवाही शुरू करने का यह कदम तब उटाया गया जब कंपनी के ऋणों के पुनर्गठन के लिए 16 महीने तक अच्छे विश्वास के साथ बात चली और वह टूट गई। इस पर Byju’s ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा , ‘कानूनी कार्यवाही शुरू होना कंपनी की वास्तविक वित्तीय स्थिति नहीं दर्शाता है।’
इससे पहले Byju’s के भारत में मुख्य वित्त अधिकारी नितिन गोलानी ने कहा था कि कंपनी को रकम की जरूरत है और इसे कम मूल्यांकन पर जुटाने की योजना तैयार की जा रही है ताकि एडटेक कंपनी के निवेशकों को आकर्षक पेशकश की जा सके और कंपनी के लिए पर्याप्त तरलता सुनिश्चित हो सके।
गोलानी ने कहा, ‘कंपनी के शेयरधारक कारोबार को काफी नजदीक से देख रहे हैं और कंपनी के मूल्य को समझ रहे हैं। 3 से 4 अरब डॉलर के आकर्षक मूल्यांकन पर तमाम वित्तीय निवेशक कंपनी में निवेश करने के लिए दिलचस्पी दिखाएंगे। इससे कंपनी को नकदी प्रवाह बढ़ाने में मदद मिलेगी।’
हाल में ब्लैकरॉक ने कंपनी का मूल्यांकन 1 अरब डॉलर तक घटा दिया था। मार्च 2022 में कंपनी ने 22 अरब डॉलर के सर्वाधिक मूल्यांकन पर रकम जुटाई थी। डेनमार्क की वेंचर कैपिटल फंड प्रोसस ने Byju’s का मूल्यांकन घटाकर 3 अरब डॉलर से भी कम कर दिया है।