संकट से घिरी शिक्षा प्रौद्योगिकी (एडटेक) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बैजूस, अमेरिका की अपनी एक प्रमुख संपत्ति डिजिटल रीडिंग मंच एपिक को करीब 40 करोड़ डॉलर से 45 करोड़ डॉलर में बेचने के लिए जोफ्रे कैपिटल लिमिटेड और भाषा सिखाने वाले मंच डुओलिंगो समेत तीन-चार खरीदारों के साथ बातचीत कर रही है। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
इस बिक्री के जरिये यह एडटेक फर्म छह महीने के भीतर पूरे 1.2 अरब डॉलर के बिलियन डॉलर के सावधि ऋण बी (टीएलबी) को चुकाने के साथ-साथ अपनी दूसरी प्रतिबद्धताओं को भी पूरा करेगी।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया, ‘बिक्री से जुड़ी प्रक्रिया के चरण पूरा होने के बाद अगले कुछ हफ्ते में अधिग्रहण के लिए बोली लगाने वालों की पेशकश की जानकारी भी सामने आ जाएगी। एक वैश्विक निवेश बैंक, मोएलिस ऐंड कंपनी बिक्री प्रक्रिया का संचालन कर रहा है।’
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बैजूस ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। सबसे पहली बार ब्लूमबर्ग में यह रिपोर्ट आई थी कि एपिक को बेचने के लिए बैजूस, जोफ्रे कैपिटल और डुओलिंगो के साथ बातचीत कर रही है।
इस एडटेक कंपनी का अमेरिका में ऋणदाताओं के साथ 1.2 अरब डॉलर के टीएलबी से जुड़े ब्याज भुगतान में चूक के मामले से जुड़ा विवाद चल रहा है। इस साल बैजूस ने अमेरिका के निवेश प्रबंधन फर्म रेडवुड के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया था, जिसमें 1.2 अरब डॉलर की सावधि ऋण बी को चुनौती दी गई थी। बैजूस ने ऋण पर लगभग 4 करोड़ डॉलर का ब्याज भुगतान भी नहीं किया है।
बैजूस और उसके टीएलबी ऋणदाताओं ने अमेरिकी अदालत में चल रहे मामले को स्थगित करने और अदालत के बाहर समाधान करने का फैसला किया। कंपनी ने हैरान करते हुए हाल ही में यह पेशकश कर दी कि यह अपनी परिसंपत्तियों की बिक्री के जरिये छह महीने के भीतर अपने ऋणदाताओं के 1.2 अरब टीएलबी चुका देगी।
नकदी संकट से जूझ रही बैजूस ने कई वित्तीय चुनौतियों से निपटने की रणनीति बनाते हुए 80 करोड़ डॉलर से एक अरब डॉलर की नकदी जुटाने के लिए अपनी दो प्रमुख संपत्तियों एपिक और ग्रेट लर्निंग की हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
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कंपनी की रणनीति की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, ‘आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) को छोड़कर कोई भी गैर-नकदी संपत्ति बिक्री के लिए तैयार है।
एपिक और ग्रेट लर्निंग के अलावा, कंपनी अपनी अन्य प्रमुख संपत्तियों को बेचने की भी योजना बना रही है, जिसमें अमेरिका की शैक्षणिक गेमिंग कंपनी ओस्मो भी शामिल है, जिसे इसने 12 करोड़ डॉलर में खरीदा था।’
वर्ष 2021 में महामारी के दौर में, बैजूस ने भारत और वैश्विक स्तर पर महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ अधिग्रहण की रफ्तार बढ़ाते हुए ऑनलाइन शिक्षा मंचों को खरीदा था। जुलाई 2021 में, बैजूस ने अमेरिका में अपने कारोबार का विस्तार करने के मकसद से 50 करोड़ डॉलर में एपिक का अधिग्रहण किया जिससे इसे एपिक के वैश्विक उपयोगकर्ताओं तक पहुंच बनाने में मदद मिली।