कोविड महामारी समाप्त होने के बाद घरेलू यात्रा एवं पर्यटन व्यवसाय में शानदार सुधार आया है। इससे इस क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शेयरों के लिए परिदृश्य आकर्षक हो गया है और विश्लेषक गर्मी में छुट्टियों के सीजन से पहले इनमें निवेश को अच्छा दांव मान रहे हैं।
उन्होंने निवेशकों को ‘गिरावट पर खरीदें’ रणनीति के साथ अच्छे शेयरों का चयन करने का सुझाव दिया है। इनमें होटल, एयरलाइन, ट्रैवल एजेंट कंपनियों, टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्मों, और लगेज निर्माताओं के शेयर मुख्य रूप से शामिल हैं।
सैमको सिक्योरिटीज में शोध विश्लेषक पारुल राव का कहना है, ‘लीजर/कॉरपोरेट/अंतरराष्ट्रीय यात्रा, हॉलिडे/वेडिंग सीजन, और जी-20 समिट से ट्रैवल उद्योग में तेजी बनी रहेगी। खासकर होटलों और उड़ानों के संदर्भ में ग्राहकों की आवाजाही मजबूत दिख रही है। निवेशकों को निवेश के संदर्भ में लंबी अवधि का नजरिया अपनाना होगा और अच्छी गुणवत्ता के शेयर अपने पोर्टफोलियो में जोड़ने होंगे।’
राव ने गिरावट पर शेयर खरीदने का सुझाव दिया है और उनके पसंदीदा शेयरों में इंडियन होटल्स कंपनी (आईएचसीएल), इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो), और महिंद्रा हॉलिडेज ऐंड रिजॉर्ट्स इंडिया शामिल हैं।
जेफरीज के विश्लेषकों ने एक ताजा रिपोर्ट में कहा है कि महामारी के बाद हालात सामान्य होने से वित्त वर्ष 2023 में एबिटा चार गुना बढ़ने के बाद भी, हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र को मांग बढ़ने से लगातार मदद मिलेगी।
विश्लेषकों का कहना है कि अल्पावधि में शानदार वृद्धि की संभावना तलाश रहे निवेशक इन शेयरों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं।
उद्योग अनुमानों के अनुसार, होटलों का प्रति उपलब्ध कमरा राजस्व अप्रैल, 2022-फरवरी 2023 के दौरान 10 प्रतिशत तक बढ़कर कोविड से पहले जैसे स्तरों पर पहुंच गया।
इस बीच, घरेलू एयरलाइन यात्री यातायात (यात्रा संबंधित मांग का मानक) जनवरी और मार्च 2023 के बीच सालाना आधार पर 51.7 प्रतिशत बढ़कर 3.75 करोड़ पर पहुंच गया।
क्रिसिल रेटिंग्स ने पिछले महीने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि वित्त वर्ष 2023 में, थॉमस कुक इंडिया, मेकमायट्रिप, यात्रा डॉटकॉम, और इजीमायट्रिप जैसी प्रख्यात घरेलू टूर एवं ट्रैवल एजेंसियों द्वारा लगातार दो वित्त वर्षों तक नुकसान में रहने के बाद अब परिचालन मुनाफा दर्ज किए जाने की संभावना है।
रेटिंग एजेंसी को इन कंपनियों का परिचालन मार्जिन 2023-24 में 6-7 प्रतिशत के दायरे में बने रहने का अनुमान है और राजस्व बढ़कर महामारी-पूर्व स्तरों को पार कर सकता है।
आनंद राठी के विश्लेषकों का कहना है कि इसी तरह लगेज सेक्टर यानी सामान निर्माण क्षेत्र के लिए दीर्घावधि परिदृश्य मजबूत बने रहने का अनुमान है और उपभोक्ताओं की पसंद बड़े ब्रांड रह सकते हैं।