भारत की प्रमुख कूरियर सेवा कंपनी ब्लू डार्ट ने अगले दो वर्षों में अपनी वेयरहाउसिंग क्षमता को दोगुना कर 20 लाख वर्ग फुट करने की योजना बनाई है।
कंपनी की इस वर्ष कार्यालयों और सेवा केंद्रों समेत 120 इकाइयां स्थापित करने की भी योजना है और इसके लिए इसने 200 करोड़ रुपये का पूंजीगत खर्च आरक्षित रखा है।ब्लू डार्ट के महा प्रबंधक (विपणन) केतन कुलकर्णी ने कहा, ‘हम अगले कुछ वर्षों में अपने कारोबार में मजबूत वृद्धि की संभावना तलाश रहे हैं और इसके लिए हमें बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। यह सब देश में हमारी महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं का ही हिस्सा है।’
2010 तक कंपनी की कुल वेयरहाउसिंग क्षमता में 10 लाख वर्ग फुट की वृद्धि होगी। इसके साथ ही इसकी कुल वेयरहाउसिंग क्षमता 20 लाख वर्ग फुट हो जाएगी। सभी नई इकाइयां वर्तमान इकाइयों की तरह ही बुनियादी सुविधाओं और तकनीक से लैस होंगी।वैसे क्षमता को दोगुना किए जाने के लिए निवेश योजना का विस्तृत रूप से खुलासा नहीं किया गया।
कुलकर्णी ने कहा कि कंपनी अगले 5-8 वर्षों में लगभग 1000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बना रही है। कंपनी इस निवेश राशि को वेयरहाउसिंग क्षमता को बढ़ाने पर खर्च करेगी।ब्लू डार्ट अन्य 120 इकाइयों को शामिल करने की भी योजना बना रही है। अपने कारोबार को गति प्रदान करने के लिए इस वर्ष ये इकाइयां स्थापित की जाएंगी। इसके साथ ही इस प्रमुख कूरियर कंपनी की देश में इकाइयों की संख्या 257 हो जाएगी।
कंपनी इस वर्ष के अंत तक अपने बेड़े में एक बोइंग 757 को शामिल करने की भी योजना बना रही है। लेकिन यह देश में इसके व्यापार में वृद्धि पर निर्भर होगा। फिलहाल कंपनी के पास सात एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें 3 बोइंग 757 और 4 बोइंग 737 शामिल हैं।ब्लू डार्ट ने पिछले वर्ष 811.8 करोड़ रुपये का शानदार राजस्व अर्जित किया था और देश में इसकी बाजार भागीदारी 41.7 प्रतिशत रही।
ब्लू डार्ट का भारत में सूचीबद्ध और वैश्विक कूरियर कंपनी डीएचएल के साथ गठजोड़ है। डीएचएल की ब्लू डार्ट में 81.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है। डीएचएल के साथ गठजोड़ के जरिये ब्लू डार्ट 220 से भी अधिक देशों में अपनी सेवाएं संचालित करती है।