अप्रैल में दो घंटे में डिलिवरी की सेवा शुरू कर चुकी फ्यूचर समूह की खुदरा शृंखला बिग बाजार अब रोजाना 50,000 ऑर्डर की डिलिवरी कर रही है और इस तरह से दो महीने के भीतर एक लाख ऑर्डर रोजाना के लक्ष्य का 50 फीसदी उसने हासिल कर लिया। किशोर बियाणी की अगुआई वाली शृंखला ने एक लाख का आंकड़ा हासिल करने के लिए कम से कम तीन महीने का लक्ष्य रखा था। सूत्रों ने यह जानकारी दी। अप्रैल व मई में लॉकडाउन रहा, जिसके कारण लोगों ने डिजिटल तरीका अपनाया और कंपनी को इसका फायदा मिला।
जब यह सेवा शुरू की गई थी तब बिग बाजार ने अपने ऑफलाइन स्टोर को मोबाइल ऐप व पोर्टल से जोड़ दिया था। ऑनलाइन ऑर्डर की डिलिवरी तय समय करने की बात कही घई थी ताकि उसकी डिजिटल मौजूदगी बढ़े।
अब इसमें और तेजी की संभावना है क्योंकि शृंखला अपने ऑनलाइन मौजूदगी को एकीकृत करना चाह रही है। दो घंटे में डिलिवरी के वादे में फूड, एफएमसीजी, फैशन व होम सेगमेंट जैसी श्रेमियोंं को शामिल किया गया है। अप्रैल व मई में लॉकडाउन के दौरान गैर-जरूरी खुदरा उत्पादों की डिलिवरी की इजाजत ऑनलाइन चैनल से नहीं थी, लेकिन अब इसे खोल दिया गया है क्योंकि राज्यों ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ज्यादातर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म व मार्केटप्लेस ने छूट की पेशकश शुरू कर दी है और फैशन, लाइफस्टाइल व टिकाऊ उपभोक्ता उत्पादों की सेल की अवधि पहले कर दी है क्योंंकि वे अनलॉक का फायदा उठाना चाहते हैं।
एक अधिकारी ने कहा, विभिन्न शहरों में लॉकडाउन से राहत मिली है, पर हमें बिग बाजार में ऑनलाइन कारोबार को बनाए रखना है क्योंकि डिजिटल तरीके से खरीदारी अब लोगों की आदत मेंं शुमार हो गई है। दो घंटे की डिलिवरी के वादे से भी मदद मिली है।
खुदरा उद्योग के सूत्रों ने कहा कि जियोमार्ट व बिगबास्केट जैसे प्लेटफॉर्म रोजाना 5 लाख व दो लाख ऑर्डर की डिलिवरी कर रहे हैं। हालांकि इन दोनों प्लेटफॉर्म पर प्रति लेनदेन ऑर्डर की वैल्यू हालांकि 500-600 रुपये है।
सूत्रों ने कहा, इसकी तुलना में बिग बाजार के ऑर्डर की वैल्यू प्रति लेनदेन करीब 1,200 रुपये है। यह शृंखला 140 शहरों के अपने 290 स्टोर के जरिये उत्पादों की डिलिवरी करती है जबकि जियोमार्ट 200 शहरों में और बिगबास्केट 26 शहरों में।
अप्रैल में दो घंटे में डिलिवरी की पेशकश सामने रखते समय बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में फ्यूचर समूह के संस्थापक किशोर बियाणी ने कहा था कि बिग बाजार ने कई डिलिवरी पार्टनर मसलन डूंजो व ग्रैब के साथ गठजोड़ किया है ताकि जल्द से जल्द डिलिवरी हो सके। उन्होंने कहा, ऑनलाइन बिजनेस इनपुट मैट्रिक्स पर काम करता है, जिसमें ऑर्डर लेना, कम से कम डिफेक्ट के साथ नजदीकी स्टोर से उसकी डिलिवरी शामिल है। हम चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं और इसमेंं काफी कुछ सीख रहे हैं।
बियाणी ने यह संकेत भी दिया था कि कोविड के बाद वाली दुनिया में ज्यादातर रिटेलरों के लिए डिजिटल फस्र्ट की अवधारणा अहम होगी और कई इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए काफी निवेश कर रहे हैं।
थोक, खुदरा, व लॉजिस्टिक्स परिसंपत्तियों की बिक्री के मामले में एमेजॉन संग फ्यूचर समूह की अदालती लड़ाई जारी है, लेकिन निवेशकों ने शुक्रवार को समूह के शेयरों को सलामी दी। फ्यूचर कंज्यूमर का शेयर 19.17 फीसदी चढ़कर बीएसई पर 10.07 रुपये पर पहुंच गया। वहीं फ्यूचर रिटेल व फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन के शेयर में अपर सर्किट लगा और यह क्रमश: 60.05 रुपये व 70.50 रुपये पर बंद हुआ।
