ओला के संस्थापक भवीश अग्रवाल ने अपनी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) फर्म कृत्रिम में 2,000 करोड़ रुपये निवेश करने की आज घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे अगले साल भी कंपनी में 10,000 करोड़ रुपये लगाएंगे। इस निवेश के साथ यह देश की पहली एआई यूनिकॉर्न है जिसने करीब 28 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई है। 2,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा के अलावा कंपनी ने मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया से 2024 की शुरुआत में 5 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई थी। सूत्रों के अनुसार कंपनी ने 2,000 करोड़ रुपये इक्विटी और कर्ज के जरिये जुटाए हैं। हालांकि इस बारे में कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी।
देश में एआई क्षेत्र में कृत्रिम के अलावा एक और कंपनी सर्वम एआई ने 2023 में 4.1 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाई थी। इसमें लाइटस्पीड और पीक15 पार्टनर्स तथा खोसला वेंचर्स ने निवेश किया था। इस क्षेत्र से जुड़ी एक और कंपनी हनुमान भी पूंजी जुटाने की योजना बना रही है।
ओला इलेक्ट्रिक और ओला मोबिलिटी के संस्थापक अग्रवाल ने कृत्रिम एआई लैब शुरू करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि कृत्रिम के काम को ओपन सोर्स समुदाय के लिए जारी किया जा रहा है। कंपनी ने अपनी कुछ तकनीकी रिपोर्ट भी प्रकाशित की है। चीन की डीपसीक द्वारा अपने मॉडल को ओपन सोर्स करने के मद्देनजर कृत्रिम ने भी अपने मॉडल को ओपन सोर्स करने की घोषणा की है।
अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘हम एक साल से एआई पर काम कर रहे हैं। आज हम अपने काम को ओपन सोर्स समुदाय के लिए जारी कर रहे हैं और कई तकनीकी रिपोर्ट भी प्रकाशित कर रहे हैं। हमारा ध्यान भारत के लिए एआई विकसित करने पर है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने एनवीडिया के साथ साझेदारी में भारत का पहला जीबी200 लगाया है, जो मार्च तक चालू हो जाएगा। हम साल के अंत तक इसे देश का सबसे बड़ा सुपरकंप्यूटर बनाएंगे।’