घरेलू वाहन विनिर्माता बजाज ऑटो का चालू वित्त वर्ष की पहली जून में समाप्त तिमाही का एकल शुद्ध लाभ 42 फीसदी बढ़कर 1,665 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने मंगलवार को बयान में अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों की जानकारी देते हुए कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में उसका एकल आधार पर शुद्ध लाभ 1,173 करोड़ रुपये रहा था।
आलोच्य तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 29 फीसदी उछलकर 10,310 करोड़ रुपये हो गई जबकि साल भर पहले यह 8,005 करोड़ रुपये थी। इस अवधि में बजाज ऑटो की कुल वाहन बिक्री 10 फीसदी बढ़कर 10,27,407 इकाई पर पहुंच गई। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 9,33,646 इकाई का था।
समीक्षाधीन अवधि में कंपनी ने कुल 8,89,330 दोपहिया वाहनों की बिक्री की, जो एक साल पहले के 8,47,158 इकाई की तुलना में 5 फीसदी अधिक है। वहीं वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 1,38,077 इकाई रही, जो पिछले साल के 86,488 इकाई की तुलना में 60 फीसदी अधिक है। कंपनी की घरेलू बिक्री 82 फीसदी की वृद्धि के साथ 6,41,556 वाहन रही, लेकिन निर्यात आंकड़ा 34 फीसदी गिरकर 3,85,851 इकाई रहा। बजाज ऑटो ने कहा कि विदेशी बाजारों में मौजूद चुनौतियों के बावजूद मोटरसाइकिल की बिक्री में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई।
सुजलॉन एनर्जी का लाभ 96 फीसदी घटा
सुजलॉन एनर्जी का एकीकृत शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 96 फीसदी घटकर 101 करोड़ रुपये रह गया। निवेशकों के समक्ष कंपनी के प्रस्तुतीकरण से यह जानकारी मिली है। कंपनी ने एक साल पहले की समान तिमाही में 2,433 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध राजस्व भी एक साल पहले के 1,378 करोड़ रुपये से घटकर 1,348 करोड़ रुपये रह गया।
सुजलॉन ग्रुप के उपाध्यक्ष गिरीश तांती ने बयान में कहा, ‘देश अपनी अर्थव्यवस्था को कॉर्बन मुक्त करने के लिए तैयार है। हम इस हरित ऊर्जा बदलाव के लिए कॉरपोरेट जगत की ओर उत्साह से देख रहे हैं।’ सुजलॉन समूह के मुख्य कार्याधिकारी जे पी चलसानी ने बयान में कहा, ‘सुजलॉन में हम अपनी व्यावसायिक योजना के अनुरूप स्थिर और निरंतर विकास दिखा रहे हैं। बही-खाते को मजबूत करने और कर्ज को कम करने की हमारी पहल के सफल परिणाम मिलने के साथ हमारा ध्यान अब अपने कुल ऑर्डर को पूरा करने को अपना परिचालन बढ़ाने पर है। इस समय हमारे पास 1,582 मेगावॉट के ऑर्डर हैं।’
एशियन पेंट्स का मुनाफा 52.5 फीसदी बढ़ा
जून तिमाही में एशियन पेंट्स का शुद्ध लाभ 52.5 फीसदी बढ़ गया। तिमाही में मार्जिन बढ़ने और डेकोरेटिव पेंट खंड में मात्रा भी दो अंकों में होने के कारण देश की सबसे बड़ी पेंट बनाने वाली कंपनी का मुनाफा बढ़कर 1,550.4 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री पिछले साल की तुलना में 6.7 फीसदी बढ़कर 9,153.8 करोड़ रुपये रही।
पिछली तिमाही के मुकाबले इस तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री में 4.6 फीसदी का इजाफा हुआ और शुद्ध लाभ 25.6 फीसदी बढ़ गया। अप्रैल जून तिमाही में कंपनी की पीबीआईडीटी (ब्याज, मूल्यह्रास और कर से पहले लाभ) 2,349 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की तुलना में 42.9 फीसदी और पिछली तिमाही के मुकाबले 19.3 फीसदी अधिक है। कंपनी ने 1 अक्टूबर से लेकर 22 जनवरी, 2027 तक के लिए आर शेषाशायी को निदेशक मंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
एशियन पेंट्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है, ‘हमारे घरेलू डेकोरेटिव कारोबार ने दो अंकों में मात्रात्मक वृद्धि दर्ज की है और अपेक्षाकृत अच्छी मूल्य वृद्धि भी हासिल की है, जो पिछले साल की तुलना में बढ़िया रहा है। ऑटो ओई और सामान्य औद्योगिक कोटिंग काराबोर ने भी प्रोटेक्टिव और पाउडर कोटिंग खंड में वृद्धि के कारण मजबूती से दो अंकों की राजस्व वृद्धि हासिल की है।’
जुबिलैंट फूडवर्क्स का शुद्ध लाभ 74 प्रतिशत घटा
जुबिलैंट फूडवर्क्स लिमिटेड (जेएफएल) ने मंगलवार को बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 की जून तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 74 प्रतिशत घटकर 28.91 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी फास्ट-फूड श्रृंखला डोमिनोज पिज्जा और डंकिन डोनट्स का संचालन करती है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 112.58 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
जुबिलैंट फूडवर्क्स लिमिटेड ने शेयर बाजार को बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी परिचालन आय 1,334.54 करोड़ रुपये रही, जो इससे एक साल पहले इसी अवधि में 1,255.09 करोड़ रुपये थी। जून तिमाही में जेएफएल का कुल खर्च 1,248.74 करोड़ रुपये रहा।