हिंदुजा ग्रुप की प्रमुख भारतीय कंपनी और देश की दिग्गज कमर्शियल वाहन मैन्युफैक्चरर कंपनी अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार के साथ बड़ी डील की है। उत्तर प्रदेश में बस प्लांट स्थापित करने के लिए यूपी सरकार और कंपनी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। बता दें कि उत्तर प्रदेश में यह अशोक लीलैंड का पहला प्लांट होगा और कंपनी प्रदेश में ग्रीन मोबिलिटी पर ज्यादा फोकस करेगी।
अशोक लीलैंड अगले कुछ वर्षों में इस नई फैसिलिटी में 1000 करोड़ रुपये तक निवेश करने की योजना बना रही है। इस साझेदारी के तहत, अशोक लीलैंड मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक बसों के उत्पादन पर फोकस करेगी, जिसमें वर्तमान में उपलब्ध ईंधन के साथ-साथ उभरते वैकल्पिक ईंधन (emerging alternative fuels) द्वारा संचालित अन्य वाहनों को भी असेंबल करने की सुविधा होगी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा ‘यह वृद्धि भारत के भीतर जानी-मानी मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में हमारी तेजी से बढ़ती स्थिति को मजबूत करती है। उत्तर प्रदेश सरकार हमारे नेट जीरो मिशन के अनुरूप प्राइवेट सेक्टर के निवेश को आकर्षित करने के लिए उत्सुक है। स्वच्छ सार्वजनिक और माल परिवहन के माध्यम से उत्सर्जन को कम करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम आने वाले वर्षों में डीजल बसों और कमर्शियल वाहनों के अपने पूरे बेड़े को इलेक्ट्रिक और अन्य वैकल्पिक ईंधन में बदलने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं।
अशोक लीलैंड के एक्जीक्यूटिव चेयरमैन धीरज हिंदुजा ने कहा, ‘जैसा कि हम इस वर्ष अशोक लीलैंड की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, राज्य में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करना भविष्य की कमर्शियल वाहन इंडस्ट्री को आकार देने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। हम उत्तर प्रदेश में वेंचर करने के लिए उत्साहित हैं, और हमें विश्वास है कि यह नई फैसिलिटी भारत में रोजगार के अवसर पैदा करने और टिकाऊ गतिशीलता को बढ़ावा देने के हमारे साझा उद्देश्यों में सकारात्मक योगदान देगी।
ऑपरेशन शुरू होने पर, मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में शुरू में प्रति वर्ष 2500 बसों का उत्पादन करने की क्षमता होगी। कंपनी का इरादा अगले दशक में प्रति वर्ष 5000 वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए धीरे-धीरे कैपासिटी को बढ़ाने का है क्योंकि अगले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक और अन्य प्रकार की बसों की मांग काफी बढ़ने की उम्मीद है। चालू होने के बाद, यह देश में अशोक लीलैंड का सातवां व्हीकल प्लांट होगा।
अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शेनु अग्रवाल ने कहा, ‘अशोक लीलैंड का साल 2048 तक नेट जीरो हासिल करने का मिशन उत्तर प्रदेश में इस प्लांट को स्थापित करने के लिए कई अहम कदमों में से एक है। उत्तर प्रदेश न केवल हमारे देश के सबसे बड़े और सबसे गतिशील राज्यों में से एक है, बल्कि पर्यावरण और स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में भी बहुत दृढ़ है। उन्होंने कहा, बाजार में जिस तरह से मांग बढ़ेगी उसके आधार पर, अशोक लीलैंड का इरादा अगले कुछ वर्षों में इस नई फैसिलिटी में 1000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने का है।’