देश के सबसे बड़े दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) ब्रांड – अमूल का लक्ष्य वित्त वर्ष 24 में कुल कारोबार 80,000 करोड़ रुपये से अधिक करना है। वित्त वर्ष 23 में कुल कारोबार 18.5 प्रतिशत बढ़कर 72,000 करोड़ रुपये हो चुका है।
जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा ‘पिछला साल उपभोक्ता उत्पादों में इजाफे के लिहाज से अच्छा रहा है और हमें उम्मीद है कि इस साल भी यह ऐसा रहेगा। हमें उम्मीद है कि गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) के लिए इस साल का समापन 65,000 करोड़ के कारोबार के साथ होगा।’
जीसीएमएमएफ गुजरात में सभी डेरी सहकारी संघों और अमूल ब्रांड के विक्रेताओं का शीर्ष संगठन है। इसने वित्त वर्ष 23 में 55,074 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज किया था। जीसीएमएमएफ वर्ष 2025 तक एक लाख करोड़ रुपये का बिक्री कारोबार हासिल करने और सात वर्षों में 20 प्रतिशत से अधिक की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से इजाफा करने की योजना बना रहा है।
अमूल में वित्त वर्ष 23 के दौरान उसके उपभोक्ता उत्पादों के मामले में अधिक वॉल्यूम वृद्धि देखी गई है, जिसमें दूध आधारित पेय पदार्थों की बिक्री में 34 प्रतिशत की वृद्धि भी शामिल है, जबकि आइसक्रीम में 40 प्रतिशत की वृद्धि नजर आई है। मेहता ने कि हमारी सभी श्रेणियों में लगातार वृद्धि हो रही है, हालांकि भारी बारिश के कारण पहली तिमाही के दौरान आइसक्रीम, छाछ और दूध आधारित पेय पदार्थों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
लेकिन चूंकि हमारा मजबूत आधार था, इसलिए हम अच्छे आंकड़ों के साथ आगे बढ़ने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि कुछ गर्मियां जारी रहने से, जिन उत्पादों ने गर्मी के मुख्य मौसम में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, वे वृद्धि में योगदान करेंगे। आगामी त्योहारी सीजन के दौरान वृद्धि की इस रफ्तार को कायम रखने के लिए समूह ने कई उत्पादों के लिए तैयारी की हुई है।
मेहता ने कहा कि हम अगले एक से डेढ़ महीने में ऑर्गेनिक चाय, चीनी, गुड़ और मसालों की शुरुआत के साथ अपनी ऑर्गेनिक श्रेणी को मजबूत करेंगे। इससे हमें विकास की बहुत अच्छी रफ्तार मिलेगी।
इस ऑर्गेनिक पोर्टफोलियो में आटा, दालें, बीन्स, चावल और अनाज शामिल हैं। समूह अपनी अधिक प्रोटीन वाली श्रेणी के संबंध में भी उत्साहित है और अगले 15 दिनों में अधिक प्रोटीन वाली दही पेश करते हुए इसे और मजबूत करेगा।
मेहता ने कहा कि चॉकलेट, दूध, कुकीज़ और आइसक्रीम सहित अन्य उत्पाद अगले दो महीनों के भीतर पेश किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अमूल के पास देश भर में प्रत्येक उत्पाद श्रेणी के लिए बड़े स्तर पर विस्तार की योजना है।
समूह की 20 लाख लीटर प्रतिदिन की राजकोट स्थित नई दूध प्रसंस्करण इकाई अगले साल के अंत तक तैयार हो जाएगी। मेहता ने कहा कि वाराणसी और उज्जैन में नए संयंत्र तैयार हैं और इस साल चालू हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे पास विस्तार चरण के अंतर्गत सात से आठ आइसक्रीम की नई इकाइयां हैं और अगले दो साल में हमारी क्षमता दोगुनी हो जाएगी। अमूल अगले साल के आसपास 100 से 112 तक नए संयंत्र लगाने की योजना बना रहा है। मेहता ने कहा कि अमूल की मूल्य वृद्धि देश में औसत महंगाई के अनुरूप है।