अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) ने 5,000 करोड़ रुपये के उपक्रम मूल्य पर सांघी इंडस्ट्रीज (Sanghi Industries) का अधिग्रहण करने की घोषणा की है।
कंपनी ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि इस अधिग्रहण का वित्तपोषण पूरी तरह आंतरिक संसाधनों से किया जाएगा।
सांघी इंडस्ट्रीज लि. (SIL) की क्लिंकर क्षमता 66 लाख टन सालाना की है। वहीं कंपनी की सीमेंट क्षमता 61 लाख टन सालाना है।
इसके अलावा कंपनी के पास एक अरब टन का चूना पत्थर (लाइमस्टोन) का भंडार है। एसआईएल की सांघीपुरम इकाई देश में किसी एक गंतव्य पर क्षमता के हिसाब से सबसे बड़ी सीमेंट और क्लिंकर इकाई है। इस अधिग्रहण के बाद अंबुजा सीमेंट की क्षमता बढ़कर 7.36 करोड़ टन सालाना की हो जाएगी।
कंपनी ने कहा कि वह 14 करोड़ टन सालाना सीमेंट क्षमता का लक्ष्य 2028 तक समय से पहले हासिल कर लेगी। अंबुजा सीमेंट ने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य एसआईएल को देश में क्लिंकर की सबसे कम लागत की उत्पादक बनाना है। अंबुजा अगले दो साल में सांघीपुरम की सीमेंट क्षमता को बढ़ाकर डेढ़ करोड़ टन करेगी।’’
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अंबुजा और एसीसी की कुल उत्पादन क्षमता अभी सालाना 7 करोड़ टन
सांघी सीमेंट की उत्पादन क्षमता 61 लाख टन है और इस सौदे से अंबुजा सीमेंट और उसकी सहायक इकाई एसीसी को 2030 तक अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 14 करोड़ टन सालाना करने के लक्ष्य में मदद मिलेगी। अंबुजा और एसीसी की कुल उत्पादन क्षमता अभी 7 करोड़ टन सालाना है।
सांघी सीमेंट कर्ज भुगतान नहीं कर पाने के कारण परिसमापन की समस्या से जूझ रही थी। बीते 6 जुलाई को इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च ने सांघी इंडस्ट्रीज (एसआईएल) की दीर्घावधि रेटिंग को ‘आईएनडी बीबी’ से घटाकर नकारात्मक परिदृश्य के साथ डिफॉल्ट श्रेणी में कर दिया।
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