टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने मंगलवार की शाम ड्यूटी शुरू होने से ऐन पहले बीमार होने की बात कहकर छुट्टी लेने वाले चालक दल के 25 सदस्यों को आज नौकरी से निकाल दिया। लेकिन शाम होते-होते कंपनी ने अपने फैसला बदल दिया और उन्हें वापस नौकरी पर रख लिया। इस पूरे घटनाक्रम के कारण कंपनी को मंगलवार से अबतक 176 उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं। कर्मचारियों को वापस नौकरी पर रखने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ ने तत्काल कार्य शुरू करने का फैसला किया है।
कंपनी ने यह फैसला मुख्य श्रम आयुक्त (मध्य) अशोक पेरूमाला के हस्तक्षेप के बाद लिया है, जिन्होंने विमानन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों और एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ के सदस्यों के साथ पांच घंटे की मैराथन बैठक की थी।
गुरुवार की शाम पेरूमाला ने कार्यालय ने कहा, ‘विस्तृत चर्चा, अनुनय और सुलह अधिकारी और मुख्य श्रम आयुक्त (मध्य) की अपील के बाद संघ के प्रतिनिधि (केबिन क्रू के सदस्य) इस बात पर सहमत हुए कि बीमार होने की जानकारी देने वाले सभी चालक दल सदस्य फिटनेस प्रमाणपत्र के साथ तुरंत ड्यूटी शुरू करेंगे।’
पेरूमाला अपील के कारण विमानन कंपनी का प्रबंधन समेकित कार्रवाई के तौर पर चालक दल के 25 सदस्यों को तुरंत बहाल करने पर सहमत हुआ, जिन्हें 7 मई और 8 मई को बीमार होने की सूचना देने के कारण बर्खास्त कर दिया गया था। बयान में कहा गया है कि विमानन कंपनी का प्रबंधन सेवा नियमों के अनुसार इन चालक दल के सदस्यों के मामलों की समीक्षा करेगा।
विमानन कंपनी पेरूमाला को आश्वासन दिया कि चालक दल के सदस्यों ने प्रबंधन के समक्ष और सुलह कार्यवाही के दौरान जो भी मुद्दे उठाए हैं उन्हें देखा जाएगा और उसका हरसंभव हल किया जाएगा। एयर इंडिया एक्सप्रेस प्रबंधन और एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी यूनियन के बीच अगली बैठक 28 मई को होगी।
आज 85 उड़ानें रद्द करने वाली विमानन कंपनी को उसकी मूल कंपनी एयर इंडिया ने सहायता की और वह उसके 20 मार्गों पर उड़ानें संचालित कर रही है। मंगलवार को 100 से अधिक चालक दल के सदस्यों आखिरी वक्त में बीमार होने की जानकारी देकर छुट्टी ली थी। नतीजतन, विमानन कंपनी को उड़ानों के संचालन में बाधाओं को सामना करना पड़ा।
चालक दल के एक सदस्य को जारी किए गए बर्खास्तगी पत्र में एयर इंडिया ने लिखा था ‘आपने शेड्यूलिंग टीम को अंतिम समय में अपने अस्वस्थ होने के बारे में बताया। ऐसा देखा जा रहा है कि उसी समय बड़ी संख्या में अन्य चालक दल के सदस्यों ने भी बीमार होने की जानकारी दी। इससे साफ पता चलता है कि बगैर किसी कारण के पूर्व निर्धारित तरीके से अनुपस्थित रहने की यह साजिश थी।’
पत्र में कहा गया था ‘काम के वक्त बीमार होने की जानकारी देने और उड़ान संचालित करने के अपने कार्य न करने एवं कंपनी की सेवाओं को बाधित करने की सामान्य समझ के साथ ठोस कार्रवाई के बराबर है। इससे न केवल लागू कानूनों की अवहेलना हुई है बल्कि विमानन कंपनी के सेवा नियमों का भी उल्लंघन किया गया है। इन बातों के मद्देनजर कंपनी ने आपको तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का निर्णय लिया है।’
इस बर्खास्तगी के संबंध में विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी अपने चालक दल के सदस्यों की समस्या के समाधान के जुड़ाव जारी रखती है, लेकिन कुछ लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाया जा रहा है क्योंकि उनके कारण हजारों को यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।