अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (ADIA) समर्थित आईआईएफएल होम फाइनैंस ने भारत में किफायती मकानों और हरित वित्त क्षेत्र के लिए इंटरनैशनल फाइनैंस कॉरपोरेशन (IFC) से 10 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। इस क्रम में वित्त वर्ष 24 के दौरान 13,000-14,000 करोड़ रुपये जुटाने का अनुमान लगाया है। इसमें से 2,500 करोड़ रुपये प्रतिभूतियों की मदद से जुटाए गए।
आईआईएफएल एचएफएल के कार्यकारी निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी मोनू रात्रा ने बताया कि विश्व बैंक समूह की निजी क्षेत्र को ऋण देने वाली आईएफसी ने छह साल के लिए ऋण मुहैया करवाया है और इसकी अनुमानित लागत 8.36 प्रतिशत है। यह वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में उधारी की लागत 8.75 फीसदी से कम है। हाउसिंग फाइनैंस फर्म पुनर्भुगतान से संबंधित विनिमय जोखिम नहीं उठाएगी। रात्रा ने बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय वित्त संस्थान से धन जुटाने के लिए तीसरा समझौता है।
गृह आवास को ऋण मुहैया कराने वाली एक कंपनी ने बीते महीने अमेरिकी इंटरनैशनल डवलपमेंट फाइनैंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) से 5 करोड़ डॉलर का ऋण प्राप्त किया था। यह टिकाऊ विकास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ किफायती घरों को धन मुहैया कराने के लिए है। आईआईएफएल एचएफएल ने भारत में कम आय वर्ग की महिलाओं को किफायती हरित घरों के लिए 6.8 करोड़ डॉलर का ऋण (भारतीय रुपये के बराबर) मुहैया कराने के लिए एशिया विकास बैंक से समझौता किया था।
ऋण समझौते के तहत 50 प्रतिशत धनराशि कर्ज लेने वाली महिलाओं के आवास वित्त को बढ़ावा देने के लिए निर्धारित की गई है। शेष का इस्तेमाल वंचित वर्ग के खरीदारों के हरित आवास के धन जुटाने के लिए किया जाएगा। इस क्रम में महिलाओं को घर खरीदने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाएगा।