अदाणी समूह अपने ग्रीन हाईड्रोजन प्रोजेक्ट को लेकर बड़े स्तर पर काम करने की योजना बना रहा है। इसके लिए समूह 400 करोड़ डॉलर जुटाने के प्लान पर काम कर रहा है। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार इस 400 करोड़ डॉलर के फंड का इस्तेमाल अदाणी समूह कम लागत पर ग्रीन हाईड्रोजन बनाने में करेगा।
इतने बड़े अमाउंट को जुटाने के लिए अदाणी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज (Adani New Industries) जो कि अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के पूर्ण मालिकाना हक वाली कंपनी है, तैयारी कर रही है। इसके लिए वो घरेलू और इंटरनेशनल बैंकों से फंड जुटाने के प्लान पर काम कर रही है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अदाणी समूह ने इस फंड को एकत्र करने के लिए कुछ बैंकों से शुरुआती बातचीत भी शुरू कर दी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस फंड से पहला प्रोजेक्ट गुजरात शुरू किया जा सकता है, जहां पर सालाना आधार पर 10 लाख टन क्षमता वाली ग्रीन हाइड्रोजन का प्लांट लगाया जाएगा।
ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर अदाणी ग्रुप का बड़ा प्लान
अदाणी समूह (Adani Group) जापान, ताइवान और हवाई के बाजारों में हरित हाइड्रोजन की बिक्री के लिए जापानी समूह कोवा समूह के साथ संयुक्त उद्यम की घोषणा कर चुकी है। संयुक्त उद्यम में अदाणी और कोवा की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी।
उद्योगपति गौतम अदाणी नीत समूह भारत में पूरी तरह से एकीकृत हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए अगले 10 वर्षों में 50 अरब डॉलर तक का निवेश करेगा। इसमें शुरुआती चरण में 10 लाख टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन शामिल है जिसे बाद में बढ़ाकर 30 लाख टन किया जाएगा।
ये भी पढ़ें- ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा देगी सरकार, उत्पादन के लिए बनाई 17,000 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजना
सरकार भी दे रही ग्रीन हाइड्रोडन को बढ़ावा
नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला ने हाल ही में बताया कि सरकार ने देश में इलेक्ट्रोलाइजर और हरित हाइड्रोजन के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए 17,000 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन देने की योजना बनाई है।
इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन योजना और ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन योजना के भाग के मसौदा को अंतिम रूप दे दिया गया है और इसे जल्द शुरू किया जाएगा।
भल्ला ने कहा कि प्रोत्साहन योजना के तहत दिया जाएगा और इसका मसौदा तैयार किया जा चुका है। इस कदम से स्वच्छ ऊर्जा संसाधनों की मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए पहले से ही संबंधित मंत्रालयों के साथ काम कर रही है।
ये भी पढ़ें- ग्रीन हाइड्रोजन और अमोनिया का निर्यातक बनेगा भारत, चीन को मिलेगी चुनौती
मंत्रालय इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन और हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के प्रावधानों पर भी काम कर रही है। MNRE सचिव ने कहा कि इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन योजनाओं और हरित हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन योजना के भाग के मसौदे को अंतिम रूप दिया जा चुका है और इसे जल्द शुरू किया जाएगा।