facebookmetapixel
पीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचारOrkla India का IPO 29 अक्टूबर से खुलेगा, कीमत दायरा ₹695-730 प्रति शेयर और ₹1,667 करोड़ का OFSसोने में नौ सप्ताह की लगातार बढ़त टूटी, व्यापार तनाव में कमी के संकेतों के बीच कीमतों में गिरावटम्यूचुअल फंडों ने सिल्वर ETF फंड ऑफ फंड्स में निवेश पर लगी पाबंदी हटाईSEBI ने म्यूचुअल फंडों को प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में निवेश से रोका, निवेशकों के लिए अनिश्चितता बढ़ीCredit Card Fraud: क्रेडिट कार्ड फ्रॉड में पैसा गंवा दिया? जानें कहां करें शिकायत और कैसे मिलेगा रिफंडटाटा म्यूचुअल फंड ने सिल्वर ETF फंड-ऑफ-फंड में नए निवेश की सुविधा फिर से शुरू की

जल्द बौछार पड़ने से ठंडा हुआ एसी कंपनियों का कारोबार

पहली तिमाही में बिक्री में 25 प्रतिशत की सालाना गिरावट दर्ज करने की संभावना है। पिछले तीन महीनों में प्रमुख कंपनियों के शेयर 20 प्रतिशत तक गिर गए हैं

Last Updated- June 15, 2025 | 10:44 PM IST
air conditioner
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

वित्त वर्ष 2025 की जनवरी-मार्च तिमाही में ठीक-ठाक प्रदर्शन के बाद एयर कंडीशनर (एसी) निर्माता कंपनियों के लिए अप्रैल-जून तिमाही में बिक्री बड़ी भारी गिरावट आ सकती है। कम गर्मी और जल्द बारिश की वजह से रूम एयर कंडीशनिंग (आरएसी) कंपनियों के वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में बिक्री में 25 प्रतिशत की सालाना गिरावट दर्ज करने की संभावना है। पिछले तीन महीनों में प्रमुख कंपनियों के शेयर 20 प्रतिशत तक गिर गए हैं और कमजोर अल्पावधि दृष्टिकोण के बीच इन पर दबाव रह सकता है।

वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में झुलसा देने वाली गर्मी के पूर्वानुमानों और एसी कलपुर्जों पर आयात बाधाओं ने मांग को बढ़ा दिया और वितरकों की बिक्री में तेजी आई।  बीओबी कैपिटल मार्केट्स के विश्लेषक विनीत शंकर के अनुसार इससे कंपनियों को मजबूत राजस्व कमाने में मदद मिली। लॉयड (हैवेल्स) ने न्यून आधार पर 39 प्रतिशत की वृद्धि देखी जबकि वोल्टास और ब्लू स्टार ने ऊंचे आधार के बावजूद क्रमशः 17 प्रतिशत और 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

 लेकिन इस तिमाही में धारणा तेजी से बिगड़ी है। बेमौसम बारिश ने एसी की बिक्री पर असर डाला है जबकि यह आमतौर पर उद्योग का सबसे व्यस्त समय होता है । पहली तिमाही का कारोबार कंपनियों के लिए आमतौर पर साल का करीब एक-तिहाई राजस्व होता है। चैनल भागीदारों ने लंबे समय तक चलने वाली लू और कंप्रेसर आपूर्ति में व्यवधानों की आशंका में स्टॉक जमा कर लिया था। इसकी वजह से वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 15 लाख से ज्यादा बिना बिके एसी का अंबार लग गया।

आईआईएफएल रिसर्च के विश्लेषकों अनुपम गुप्ता और मुदित भंडारी ने ब्लू स्टार के प्रबंधन का हवाला देते हुए कहा कि उत्तर भारत में मई में भी गर्मी जैसी स्थितियां नहीं बनने से वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही की बिक्री में 25-30 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है।

जहां वितरकों के पास ज्यादा स्टॉक चिंता की बात है, वहीं ब्लू स्टार को वित्त वर्ष 2026 में पूरे वर्ष के लिए 10-15 प्रतिशत वृद्धि की अनुमान है। इसका कारण मजबूत त्योहारी सीजन, जनवरी में ऊर्जा-रेटिंग में बदलाव से पहले की खरीदारी है। संस्थागत रूम एसी की बिक्री (सेगमेंट का लगभग एक चौथाई) स्थिर रही है और कमर्शियल रेफ्रिजरेशन व्यवसाय (उत्पाद मिश्रण का एक और चौथाई) कम आधार पर ही सही, लेकिन लगातार बढ़ रहा है।

आपूर्ति और वास्तविक उठाव के बीच मौजूदा अंतर से राजस्व और मार्जिन दोनों में कमी आने की आशंका है। सेंट्रम रिसर्च के विश्लेषकों चिराग मुछाला और राहुल कुमार मिश्र का मानना है कि जहां अप्रैल के दौरान बिक्री में15-20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, वहीं कंपनियों को मई और जून में इसकी कुछ भरपाई होने की उम्मीद थी। लेकिन छिटपुट बारिश और जल्द मॉनसून ने उन योजनाओं पर पानी फेर दिया।

डीलरों के पास अतिरिक्त स्टॉक होने के कारण निर्माताओं को इन्वेंट्री निकालने के लिए प्रोत्साहन की जरूरत पड़ सकती है, जिससे मार्जिन पर और दबाव पड़ेगा। सेंट्रम ने ब्लू स्टार, वोल्टास और हैवेल्स पर ‘ऐड’ रेटिंग बरकरार रखी है। एमके रिसर्च को भी रूम एसी उद्योग के लिए वित्त वर्ष 2026 सुस्त रहने की संभावना दिखती है। फिर भी, उसने ऐतिहासिक पैटर्न के आधार पर शेयर कीमतों में ताजा गिरावट को संभावित खरीद स्तर के रूप में बताया है।

एमके रिसर्च के विश्लेषक चिराग जैन की टीम का कहना है कि अतीत में कमजोर गर्मी के मौसम के बाद अक्सर उसमें तेजी देखी गई, जिससे प्रीमियमकरण और बेहतर सामर्थ्य के कारण अगले एक साल या उससे अधिक समय में राजस्व में 15-20 प्रतिशत की वृद्धि हुई और शेयर कीमतें 40 से160 प्रतिशत तक बढ़ गईं।

एमके को वित्त वर्ष 2026 में 3 फीसदी बिक्री घटने का अनुमान है, लेकिन उसने ताजा गिरावट के बाद शेयरों के मूल्यांकन को आकर्षक माना है। वोल्टास महामारी के समय देखे गए निचले स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है। ब्लू स्टार भी आकर्षक भाव पर है। ब्रोकरेज ने इन दोनों शेयरों को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है।  

First Published - June 15, 2025 | 10:44 PM IST

संबंधित पोस्ट