दिल्ली समेत देश के बड़े शहरों में कोरोना के बाद फिर से रियल स्टेट का ग्राफ उठ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 की पहली तिमाही में लग्जरी सेगमेंट के घर बिकने का सिलसिला तेज हुआ है। साथ ही दिल्ली इस मामले में सबसे आगे नजर आया है।
CBRE की इंडिया मार्केट मॉनिटर Q1 2023 रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में लगातार दूसरे साल लग्जरी रेजिडेंशियल सेगमेंट में बिक्री और लॉन्च में तेजी देखी गई है। जनवरी और मार्च 2023 में साल-दर-साल (YoY) लगभग 151 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-NCR लग्जरी सेगमेंट हाउसिंग सेल्स में क्यू1सीवाई22 की तुलना में क्यू1सीवाई23 में 216 फीसदी की वृद्धि के साथ सबसे आगे है। मुंबई, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता देश के उन टॉप शहरों में हैं जिनमें लक्जरी सेगमेंट के घरों की बिक्री सबसे ज्यादा हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘जनवरी-मार्च ’23 को समाप्त तिमाही के आधार पर दिल्ली-NCR में बिक्री 216 फीसदी से अधिक, मुंबई में 44 फीसदी, हैदराबाद में लगभग 800 फीसदी, कोलकाता में 100 फीसदी और पुणे में लगभग 13 गुना बढ़ी।’
Also Read: Godrej Properties का FY24 में 14,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों की बिक्री का लक्ष्य
माना जा रहा है कि महामारी के बाद लग्जरी घरों की खरीदारी में बढ़ोत्तरी होमबायर्स की बदली हुई मानसिकता का नतीजा है, क्योंकि वे अब बड़े स्पेस और बेहतर सुविधाओं वाले घरों को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं।
4 करोड़ रुपये या उससे अधिक की कीमत वाली हाउसिंग यूनिट लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में आती है, जबकि 1-1.5 करोड़ रुपये की कीमत वाले ब्रैकेट प्रीमियम या हाई-एंड सेगमेंट में हैं। जनवरी-मार्च 2023 की अवधि के दौरान सभी सेगमेंट में रेजिडेंशियल यूनिट की कुल बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) के साथ-साथ YoY में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
जनवरी-मार्च 2023 की अवधि के दौरान कुल 78,000 से अधिक रेजिडेंशियल यूनिट बेची गईं, जबकि इस अवधि के दौरान लगभग 81,000 से अधिक यूनिट लॉन्च की गईं। रिपोर्ट में पाया गया कि इसमें से बेची गई हाउसिंग यूनिट्स में से 49 फीसदी मिड-एंड कैटेगरी में दर्ज की गईं, इसके बाद सस्ते और बजट प्रोजेक्ट थे।
CBRE के पुराने सर्वेक्षण में, यह नोट किया गया था कि नई पीढ़ी के आधे से अधिक जवाब देने वालों ने अगले दो वर्षों में नए घर में जाने की योजना बनाई थी, जबकि केवल 29 फीसदी 50 से ज्यादा के उम्र के लोग ही नए घर में शिफ्ट होना चाहते थे। CBRE के अध्यक्ष और सीईओ अंशुमन मैगज़ीन ने कहा कि इस साल लग्जरी आवास की मांग मुख्य रूप से अपने नाम घर के मालिकाना हक की इच्छा की वजह से होगी।
Also Read: Macrotech Developers रियल एस्टेट परियोजनाओं पर करेगी 4,500 करोड़ रुपये का निवेश
उन्होंने कहा, ‘आने वाली तिमाहियों में भी इसी तरह खरीदारी और लॉन्च जारी रहने की उम्मीद है। बेहतर सुविधाओं के साथ प्रोजेक्ट, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्वच्छ माहौल पर ध्यान दे रहे हैं ताकि उपभोक्ताओं को उनकी प्राथमिकता के हिसाब से घर बेचे जा सकें।’
अनुज पुरी, अध्यक्ष – ANAROCK Group, ने एक अलग रिपोर्ट में कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष से, लैंड डील की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है – यह FY22 में 44 से FY23 में 87 हो गई है। हालांकि, एरिया के संदर्भ में, वृद्धि केवल 13 फीसदी है – जिसका अर्थ है कि वित्त वर्ष 23 में कई छोटे प्लॉट बेचने बंद कर दिए गए थे।
‘पिछले वित्तीय वर्ष में लगभग 3.8 लाख यूनिट बेचने के बाद, भारत के टॉप 7 शहरों में रेजिडेंशियल सेल शिखर पर है। इस दौरान बड़े और लिस्टेड डेवलपर्स खूब पैसा बना रहे हैं। जैसा कि जमीन रियल इस्टेट डेवलपमेंट के लिए सबसे जरूरी चीज है, ऐसे में ये प्लेयर अब छोटी जगहों पर भी जमीन खरीद रहे हैं और पिछले फाइनेंशियल साल में कुछ छोटी डील भी उन्होंने की हैं।’