खाद्य तेलों में गिरावट जारी
सरकार द्वारा खाद्य तेलों के आयात शुल्क में कटौती और निर्यात पर प्रतिबंध लगाने से स्टॉकिस्टों की लगातार बिकवाली के चलते 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में मंदी का दौर जारी रहा और भाव नुकसान के साथ बंद हुए।
बाजार सूत्रों के अनुसार सरकार के निर्णय से बाजार में अनिश्चितता बनी रही और कारोबारियों ने सौदों से परहेज किया। खाद्य तेलों के आयात शुल्क में कटौती किए जाने के कारण मलयेशिया और शिकागो के बाजारों में पाम ऑयल और सोयाबीन की कीमतों में आई भारी गिरावट के कारण स्थानीय बाजार में बिकवाली का दौर शुरू हो गया और पामोलीन आरबीडी तेल के भाव 600 रुपये की हानि के साथ सप्ताहांत में 6000 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
कच्चा पाम तेल एक्स कांडला के भाव मांग के अभाव में 200 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 5200 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। ब्राजील और अर्जेंटीना से आपूर्ति बढ़ने से सोयाबीन डिगम दिल्ली और सोयाबीन रिफाइंड मिल डिलिवरी तेल के भाव 200-200 रुपये की हानि के साथ सप्ताहांत में क्रमश: 6450 रुपये और 6300 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
वनस्पति मिलों की मांग कमजोर पड़ने से चावल छिल्का और बिनौला मिल डिलिवरी तेल के भाव क्रमश: 600 रुपये और 300 रुपये की भारी गिरावट के साथ सप्ताहांत में क्रमश: 5300 रुपये और 6150 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। तिल मिल डिलिवरी तेल के भाव 800 रुपये लुढ़ककर सप्ताहांत में 8700 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
सोना-चांदी लुढ़का
वैश्विक बाजारों से मंदी के समाचारों के बीच स्टॉकिस्टों की लगातार बिकवाली के चलते 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में मंदी का दौर जारी रहा और दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई। बाजार सूत्रों के अनुसार अमेरिकी डॉलर मजबूत होने के कारण वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट आई और जिसका असर घरेलू बाजार पर पड़ा।
उन्होंने बताया कि शादी-विवाह का मौसम समाप्त होने के कारण भी सोने-चांदी की मांग में कमी आई। सोना स्टैंडर्ड और आभूषण के भाव क्रमश: 12475 रुपये और 12325 रुपये तक चढ़ने के बाद स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली के चलते सप्ताहांत में 245-245 रुपये की हानि के साथ क्रमश: 12230 रुपये और 12080 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए।
गिन्नी के भाव 275 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 9925 रुपये प्रति आठ ग्राम पर बंद हुए। चांदी तैयार के भाव औद्योगिक मांग कमजोर पड़ने से 23200 रुपये से घटकर 210 रुपये की हानि के साथ सप्ताहांत में 22990 रुपये प्रति किलो प्रति किलो पर बंद हुए।
दालों में नरमी
बढ़ी हुई आवक के बीच मांग कमजोर पड़ने से 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली दलहन और दाल बाजार में चुनिंदा दालों की कीमतों में गिरावट आई।सीमित कारोबार के दौरान छिटपुट लिवाली के चलते अन्य जिंसों के भाव मामूली उतार-चढ़ाव के बाद सप्ताहांत में पूर्वस्तर पर अपरिवर्तित बंद हुए।
दाल मलका स्थानीय और सर्वोत्तम क्वॉलिटी के भाव क्रमश: 4100-4300 रुपये और 4350-4500 रुपये से घटकर सप्ताहांत में क्रमश: 4000-4200 रुपये और 4250-4400 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। मसूर दाल स्थानीय और सर्वोत्तम क्वॉलिटी के भाव 50-50 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में क्रमश: 3850-4050 रुपये और 4150-4450 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
मांग के अभाव में मोठ के भाव 1900-2000 रुपये से घटकर सप्ताहांत में 1800-1900 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। दाल मूंग धोया स्थानीय और सर्वोत्तम क्वॉलिटी के भाव क्रमश: 2900-3150 रुपये और 3100-3550 रुपये से घटकर सप्ताहांत में क्रमश: 2900-3125 रुपये और 3075-3550 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
गुड़ में उछाल
स्टॉक की कमी के बीच उठाव बढ़ने से 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली गुड़ थोक बाजार में गुड़ की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज हुई। दिल्ली गुड़ चाकू के भाव फुटकर लिवाली के चलते 50 रुपये की तेजी के साथ सप्ताहांत में 1300-1350 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। पेड़ी और ढैया के भाव क्रमश: 1225-1250 रुपये और 1220-1240 रुपये से बढ़कर सप्ताहांत में क्रमश: 1250-1300 रुपये और 1225-1250 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
शक्कर के भाव 1300-1350 रुपये से बढ़कर सप्ताहांत में 1350-1400 रुपये प्रति क्विंटल बंद हुए, जबकि सीमित कारोबार के दौरान खांडसारी के भाव पूर्वस्तर 1500-1550 रुपये प्रति क्विंटल पर अपरिवर्तित बंद हुए।
चीनी में गिरावट
मिलों द्वारा बढ़ी हुई आपूर्ति के बीच उठाव सुस्त पड़ने से 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली चीनी थोक बाजार में मंदी का रूख रहा और भाव नुकसान के साथ बंद हुए। बाजार सूत्रों के अनुसार मिलों द्वारा आवक बढ़ाने और उठाव सुस्त पड़ने से चीनी की कीमतों में गिरावट आई। चीनी तैयार एम-30 और एस-30 के भाव क्रमश: 1470-1575 रुपये और 1460-1570 रुपये से घटकर सप्ताहांत में क्रमश: 1440-1560 रुपये और 1430-1550 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
मिल गेट चीनी मोदीनगर के भाव लिवाली समर्थन के अभाव में 10 रुपये की हानि के साथ सप्ताहांत में 1515 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। मवाना के भाव 1590 रुपये से घटकर 1575 रुपये और खतौली के भाव 1670 रुपये घटकर सप्ताहांत में 1660 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। सांता और रूद्रविलास के भाव क्रमश: घटकर सप्ताहांत में क्रमश: 1340 रुपये और 1360 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
चावल में कमजोरी
सरकार द्वारा गैर बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य में 1000 डॉलर प्रति टन की वृध्दि करने और गेहूं के निर्यात पर अंकुश लगाने के फैसले से 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली अनाज बाजार में गैरबासमती चावल और गेहूं की कीमतों में गिरावट आई। खरीदारी और बिकवाली के बीच अन्य अनाजों के भाव मामूली उतारचढ़ाव के बाद सप्ताहांत में पूर्वस्तर पर अपरिवर्तित बंद हुए।
बाजार सूत्रों के अनुसार पर्याप्त स्टॉक के बीच लिवाली का समर्थन नहीं मिलने से चावल और गेहूं की कीमतों में गिरावट आई। चावल बासमती सामान्य के भाव 100 रुपये की गिरावट के साथ सप्ताहांत में 6700-6900 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। चावल कच्चा परमल और वेन्ड के भाव क्रमश: 1450-1500 रुपये और 1675-1725 रुपये से घटकर सप्ताहांत में क्रमश: 1400-1450 रुपये और 1600-1650 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।
हल्दी में उछाल
स्टॉक के अभाव में मांग बढ़ने से 29 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान दिल्ली किराना बाजार में काली मिर्च और हल्दी की कीमतों में तेजी आई और भाव लाभ के साथ बंद हुए। बाजार सूत्रों के अनुसार उत्पादक क्षेत्रों से सीमित आपूर्ति के बीच मांग बढ़ने से काली मिर्च और हल्दी की कीमतों में तेजी आई।
स्थानीय लिवाली के चलते काली मिर्च सामान्य के भाव 15600-15700 रुपये से बढ़कर सप्ताहांत में 15800-15900 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। हल्दी के भाव 3700-4800 रुपये से बढ़कर सप्ताहांत में 3800-4900 रुपये प्रति किलो पर बंद हुए।