facebookmetapixel
8th Pay Commission: रिटायर्ड कर्मचारियों को DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे?31 दिसंबर तक बिलेटेड टैक्स रिटर्न फाइल का अंतिम मौका! लेट फीस, फाइन से लेकर ब्याज की पूरी जानकारी₹230 का लेवल टच करेगा हाल में लिस्टेड शेयर, इश्यू प्राइस से 60% ऊपर; ब्रोकरेज ने कहा – दांव लगाएंदिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच सरकार का फैसला: सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में 50% वर्क फ्रॉम जरूरीकम रिस्क, रेगुलर कमाई! एक्सिस डायरेक्ट ने बताए 15 मिडकैप शेयर, जिनकी डिविडेंड यील्ड है सबसे ज्यादाडेट-टू-GDP रेश्यो घटाने पर होगा सरकार का मुख्य फोकस: सीतारमणACC, Bata, HFCL: बाजार रिकॉर्ड हाई पर, लेकिन ये 13 शेयर 52-हफ्ते के लो पर क्यों टूट गए?2025 में सोना 65% चढ़ा, स्मॉल-कैप शेयर गिरे; स्मॉलकेस मैनेजर बोले- भीड़ के पीछे भागे तो हो सकता है नुकसानमोनार्क ने उतारी पहली PMS स्कीम, लॉन्ग-टर्म वैल्यू क्रिएशन पर फोकसडिफेंस स्टॉक देगा 25% रिटर्न! मोतीलाल ओसवाल ने शुरू की कवरेज; कहा- बड़े ऑर्डर्स से ग्रोथ को मिलेगी रफ़्तार

Veg Oil Import: वनस्पति तेल आयात की सुस्त शुरुआत, पहले महीने 28 फीसदी की आई कमी

SEA के मुताबिक तेल वर्ष 2025-26 (नवंबर से अक्टूबर) के पहले महीने में 11.83 लाख टन वनस्पति तेलों (11.50 लाख टन खाद्य तेल और करीब 33 हजार टन गैर खाद्य तेल) का आयात हुआ है

Last Updated- December 16, 2025 | 6:06 PM IST
Palm Oil
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

तेल वर्ष 2025-26 (नवंबर से अक्टूबर) में वनस्पति तेल आयात की शुरुआत सुस्त रही। इस तेल वर्ष के पहले महीने के दौरान वनस्पति तेल आयात में गिरावट दर्ज की गई है। नवंबर महीने में सालाना और मासिक दोनों आधार पर वनस्पति तेल का आयात घटा है। इसकी अहम वजह आरबीडी पामोलीन के आयात में भारी गिरावट आना है। पिछले तेल वर्ष के दौरान सोया तेल के आयात में बढ़ोतरी देखी गई, लेकिन इस तेल के पहले महीने में इसके आयात में भी गिरावट आई है।

तेल वर्ष 2025-26 के पहले महीने कितना हुआ वनस्पति तेलों का आयात

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के मुताबिक तेल वर्ष 2025-26 (नवंबर से अक्टूबर) के पहले महीने यानी नवंबर में 11.83 लाख टन वनस्पति तेलों (11.50 लाख टन खाद्य तेल और करीब 33 हजार टन गैर खाद्य तेल) का आयात हुआ है, जो पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 16.50 लाख टन वनस्पति तेलों (16.13 खाद्य तेल और 37 हजार टन गैर खाद्य तेल) के आयात से 28 फीसदी कम है।

मासिक आधार पर भी वनस्पति तेलों के आयात में कमी आई है। अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में यह 11 फीसदी घटकर 11.83 लाख टन रह गया। अक्टूबर में यह आंकड़ा 13.32 लाख टन था। नवंबर में रिफाइंड यानी आरबीडी पामोलीन का मामूली आयात हुआ। नवंबर में महज 3,500 टन आरबीडी पामोलीन तेल आयात हुआ, जो पिछले साल नवंबर में आयात हुए 2.85 लाख टन का 15 फीसदी हिस्सा भी नहीं है। कच्चे तेलों का कुल आयात भी पिछले साल नवंबर के 13.05 लाख टन से घटकर 11.47 लाख टन रह गया।

सोया व सूरजमुखी तेल का आयात भी घटा

पिछले तेल वर्ष के दौरान कच्चे सोया तेल के आयात में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आखिरी के महीनों में तो यह तेजी से बढ़ा था। लेकिन चालू तेल के पहले महीने में इसके आयात में भी कमी देखने को मिली। नवंबर में कच्चे सोया तेल का आयात सालाना आधार पर 9 फीसदी गिरकर 3.70 लाख टन रह गया। इसी तरह कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात सालाना आधार पर नवंबर में 58 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ करीब 1.43 लाख टन रह गया। दोनों के आयात में मासिक आधार पर क्रमश: 11 और 45 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।

Also Read: Sugar production: चीनी उत्पादन में तेजी, लेकिन मिलों के सामने वित्तीय संकट बरकरार

उच्च आयात शुल्क से लगा आरबीडी पामोलीन तेल के आयात पर ब्रेक

क्रूड पाम तेल और आरबीडी पामोलीन के बीच आयात शुल्क का अंतर बढ़ने का असर आरबीडी पामोलीन के आयात पर दिखा रहा है। सरकार ने इस साल एक मई से दोनों के बीच आयात शुल्क का अंतर 8.25 फीसदी से बढ़ाकर 19.25 फीसदी कर दिया था। जिससे जुलाई से आरबीडी पामोलीन के तेल आयात में भारी गिरावट देखी जाने लगी। नवंबर महीने में यह महज 3,500 टन हुआ।

तेल वर्ष 2025-26 (नवंबर से अक्टूबर) में वनस्पति तेल आयात की शुरुआत सुस्त रही। इस तेल वर्ष के पहले महीने के दौरान वनस्पति तेल आयात में गिरावट दर्ज की गई है। नवंबर महीने में सालाना और मासिक दोनों आधार पर वनस्पति तेल का आयात घटा है। इसकी अहम वजह आरबीडी पामोलीन के आयात में भारी गिरावट आना है। पिछले तेल वर्ष के दौरान सोया तेल के आयात में बढ़ोतरी देखी गई, लेकिन इस तेल के पहले महीने में इसके आयात में भी गिरावट आई है।

तेल वर्ष 2025-26 के पहले महीने कितना हुआ वनस्पति तेलों का आयात

सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के मुताबिक तेल वर्ष 2025-26 (नवंबर से अक्टूबर) के पहले महीने यानी नवंबर में 11.83 लाख टन वनस्पति तेलों (11.50 लाख टन खाद्य तेल और करीब 33 हजार टन गैर खाद्य तेल) का आयात हुआ है, जो पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 16.50 लाख टन वनस्पति तेलों (16.13 खाद्य तेल और 37 हजार टन गैर खाद्य तेल) के आयात से 28 फीसदी कम है।

मासिक आधार पर भी वनस्पति तेलों के आयात में कमी आई है। अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में यह 11 फीसदी घटकर 11.83 लाख टन रह गया। अक्टूबर में यह आंकड़ा 13.32 लाख टन था। नवंबर में रिफाइंड यानी आरबीडी पामोलीन का मामूली आयात हुआ। नवंबर में महज 3,500 टन आरबीडी पामोलीन तेल आयात हुआ, जो पिछले साल नवंबर में आयात हुए 2.85 लाख टन का 15 फीसदी हिस्सा भी नहीं है। कच्चे तेलों का कुल आयात भी पिछले साल नवंबर के 13.05 लाख टन से घटकर 11.47 लाख टन रह गया।

सोया व सूरजमुखी तेल का आयात भी घटा

पिछले तेल वर्ष के दौरान कच्चे सोया तेल के आयात में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आखिरी के महीनों में तो यह तेजी से बढ़ा था। लेकिन चालू तेल के पहले महीने में इसके आयात में भी कमी देखने को मिली। नवंबर में कच्चे सोया तेल का आयात सालाना आधार पर 9 फीसदी गिरकर 3.70 लाख टन रह गया।

इसी तरह कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात सालाना आधार पर नवंबर में 58 फीसदी की बड़ी गिरावट के साथ करीब 1.43 लाख टन रह गया। दोनों के आयात में मासिक आधार पर क्रमश: 11 और 45 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।

उच्च आयात शुल्क से लगा RBD पामोलीन तेल के आयात पर ब्रेक

क्रूड पाम तेल और आरबीडी पामोलीन के बीच आयात शुल्क का अंतर बढ़ने का असर आरबीडी पामोलीन के आयात पर दिखा रहा है। सरकार ने इस साल एक मई से दोनों के बीच आयात शुल्क का अंतर 8.25 फीसदी से बढ़ाकर 19.25 फीसदी कर दिया था। जिससे जुलाई से आरबीडी पामोलीन के तेल आयात में भारी गिरावट देखी जाने लगी। नवंबर महीने में यह महज 3,500 टन हुआ।

First Published - December 16, 2025 | 6:06 PM IST

संबंधित पोस्ट