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सोने-चांदी में उछाल की पूरी-पूरी संभावना

Last Updated- December 06, 2022 | 11:42 PM IST

बढ़ती महंगाई और वैश्विक बाजार की अनिश्चितता से सोने और चांदी की कीमतों में वृध्दि हो सकती है। 


लंदन स्थित नैटिक्सिस कमोडिटी मार्केट के नवीनतम तिमाही धातु समीक्षा के अनुसार इस वर्ष सोने और चांदी की औसत कीमत प्रति आउंस क्रमश: 875 डॉलर और 16.5 डॉलर रहने के अनुमान हैं।


हालांकि इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मूल्यवान धातुओं के मूल्य के संदर्भ में ये सकारात्मक आधार आवश्यक रुप से उनकेक्रमानुसार वृध्दि के औचित्य को साबित नहीं करते हैं। इसकेअतिरिक्त, साल के शेष बचे समय में और संभवत: वर्ष 2009 में भी सोने में निवेश करने के मामले में मजबूती बनी रहेगी। हालांकि इससे सोने के बाजार में कोई नया उच्च स्तर नहीं आ सकता है।


वित्त बाजार और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सबप्राइम संकट के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए विश्व भर के मौद्रिक अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के बावजूद आउटलुक सोचनीय है। इसके अतिरिक्त उच्च कमोडिटी मूल्यों के स्थिर बने रहने के आसार हैं। सोने के मूल्य के 900 डॉलर प्रति आउंस से नीचे आने की अपेक्षा की जा रही थी। यह बाजार को थोड़ी राहत पहुंचाने के लिए आवश्यक था।


अक्सर सोने में निवेश साल के मध्य में किया जाता है, यह संभव है कि जब तक एशियाई देशों खासतौर से भारतीय फंडों या उपभोक्ताओं द्वारा नई बुकिंग की शुरुआत नहीं होती है तब तक इसमें तेजी आने की संभावना कम लगती है। इस प्रकार के संकेत कि डॉलर में पहले गिरावट आई और फिर उसमें सुधार हुआ से हाल के हफ्ते में कीमतों पर दबाव बना रहा और इसी प्रकार के लक्षण बने रह सकते है जिससे रैली एक सीमा तक ही होगी।


लेकिन, रुपये में मूल्यों की बात की जाए तो इसमें वृध्दि दिखाई पड़ सकती है क्योंकि इस पर डॉलर के मूल्य में वृध्दि का प्रभाव होता है। चांदी के मूल्य भी सोने का अनुकरण कर सकते हैं (लेकिन अपेक्षाकृत कम रहेंगे)। औद्योगिक खरीदार कुछ समय से आमतौर पर खामोश रहे हैं। पिछले महीने के दौरान सटोरियों की भागीदारी भी काफी कम हुई है।


रिपोर्ट में कहा गया है कि सटोरिये अस्थिर बाजार को देखते हुए वापस लौटेंगे यह सोचने की बात है लेकिन इसमें तेजी के लक्षण उन्हें आकर्षित कर सकते हैं। कुल मिलाकर चांदी का मूल्य, वर्ष 2008 के लिए, प्रति आउंस 16.50 डॉलर अनुमानित है जो साल के बीतने के साथ-साथ अपेक्षाकृत कमजोर मूल्य को परिलक्षित करते हैं। प्लैटिनम के लिए साल की पहली तिमाही खास तौर से दक्षिण अफ्रीका घटनाओं के  प्रति संवेदनशीलता पर आधारित रही है।


वर्ष 2008 के प्लैटिनम के मूल्यों पर इनके प्रभाव बने रहने की उम्मीद है।एक तरफ ऊर्जा का महत्व सर्वाधिक है तो दूसरी तरफ वर्ष 2007 की भांति ही सुरक्षा और मजदूरी संबंधी मुद्दे वास्तविक बने हुए हैं। इसके अतिरिक्त,  निवेश का सही माहौल और जोखिम से परहेज के बने रहेने के कारण वर्ष 2008 में प्लैटिनम के मूल्य के संदर्भ में सकारात्मक अनुमान लगाया जा रहा है।


वर्ष के शेष समय के लिए प्लैटिनम का मूल्य 1,700 डॉलर से नीचे आने के आसार हैं अगर जोखिम उच्च स्तर का रहा। हालांकि इसके मूल्य साल की समाप्ति से पहले 2,400 डॉलर की नई ऊंचाई को छू सकते हैं। इस समीक्षा के अनुसार  औसत वार्षिक मूल्य 1,950 रुपये प्रति आउंस बने रहने की उम्मीद है।


पैलेडियम के लिए 430 डॉलर प्रति आउंस के औसत वार्षिक मूल्य का अनुमान लगाया जा रहा है जो पिछले अनुमान  385 डॉलर प्रति आउंस से अधि है। वैश्विक तौर पर तरजीही परिसंपत्ति वर्ग के तौर पर सोने में निवेश जारी रह सकता है।

First Published - May 15, 2008 | 12:39 AM IST

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