facebookmetapixel
अगस्त में खुदरा महंगाई मामूली बढ़कर 2.07 प्रतिशत हुई, ग्रामीण और शहरी इलाकों में कीमतों में हल्की बढ़ोतरी दर्जGST दरें घटने पर हर महीने कीमतों की रिपोर्ट लेगी सरकार, पता चलेगा कि ग्राहकों तक लाभ पहुंचा या नहींSEBI ने कहा: लिस्टेड कंपनियों को पारिवारिक करार का खुलासा करना होगा, यह पारदर्शिता के लिए जरूरीनई SME लिस्टिंग जारी, मगर कारोबारी गतिविधियां कम; BSE-NSE पर सौदों में गिरावटदुर्लभ खनिज मैग्नेट की कमी से जूझ रहा है भारतीय वाहन उद्योग, सरकार से अधिक सहयोग की मांगसरकारी बैंकों के बोर्ड को मिले ज्यादा अधिकार, RBI नियमन और सरकार की हिस्सेदारी कम हो: एक्सपर्ट्सGST Reforms का फायदा लूटने को तैयार ई-कॉमर्स कंपनियां, त्योहारों में बिक्री ₹1.20 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमानFY26 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात $35 अरब छूने की राह पर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में तेजी: वैष्णवSEBI ने IPO और MPS नियमों में दी ढील, FPI रजिस्ट्रेशन के लिए सिंगल विंडो शुरू करने का ऐलानअधिक लागत वाली फर्मों को AI अपनाने से सबसे ज्यादा लाभ होगा

अक्टूबर-फरवरी में चीनी उत्पादन 20 प्रतिशत बढ़ा

Last Updated- December 12, 2022 | 7:31 AM IST

भारत की चीनी मिलों का उत्पादन विपणन वर्ष 2020-21 के पहले 5 महीने में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 20 प्रतिशत बढ़कर 233.8 लाख टन हो गया है। साथ ही उद्योग संगठन ने आज कहा कि कुछ चीनी मिलों ने निर्धारित समय से पहले गन्ने की पेराई बंद कर दी है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है और ज्यादा उत्पादन की वजह से चीनी के वैश्विक दाम पर असर पड़ सकता है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (आईएसएमए) ने एक बयान में कहा कि एक अक्टूबर से चल रहे मौजूदा विपणन वर्ष में 502 चीनी मिलों ने पेराई शुरू की थी, लेकिन फरवरी के अंत तक 98 मिलों ने पेराई बंद कर दी है। पिछले साल फरवरी के अंत तक करीब 70 मिलों ने पेराई बंद की थी।
आईएसएमए देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य ने सीजन के पहले 5 महीने में 85 लाख टन चीनी उत्पादन किया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 50.7 लाख टन उत्पादन हुआ था। चालू विपणन वर्ष में अब तक मिलों ने 32 लाख टन चीनी निर्यात के लिए समझौता किया है, लेकिन ट्रकों व कंटेनरों की कमी के कारण शिपमेंट सुस्त है। उद्योग के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह कहा था कि लॉजिस्टिक बाधाओं के कारण चीनी निर्यात 12 प्रतिशत कम रह सकता है।

First Published - March 4, 2021 | 12:05 AM IST

संबंधित पोस्ट