आंध्र प्रदेश के तंबाकू किसान को नीलामी के 9 दिन बाद वर्जीनिया फ्लू किस्म के लिए 99.72 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से औसत कीमत मिली।
पिछले साल इसी अवधि में किसानों को औसत 59.16 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भुगतान किया गया था। तंबाकू बोर्ड के अध्यक्ष जे. सुरेश बाबू का कहना है, ‘इस साल भारतीय तंबाकू के लिए दुनिया का बाजार बेहद अनुकूल रहा।’
तंबाकू उत्पादन करने वाले ज्यादातर देशों के फसल आकार में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। हालांकि चीन ने फसल आकार में बढ़ोतरी की लेकिन वह निर्यात करने की स्थिति में नहीं है। यहां की फसल चीन की घरेलू मांग को ही पूरा कर सकती है। यहां तंबाकू की मांग करने वाले लोगों की संख्या में साल दर साल 3 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है।’
तंबाकू की कुल फसल में बेहतरीन क्वालिटी की तंबाकू का हिस्सा 89.51 फीसदी है जबकि मध्यम दर्जे की तंबाकू का हिस्सा 0.06 फीसदी है। किसानों को बेहतरीन क्वालिटी के लिए 99.77 रुपये प्रति किलोग्राम, मध्यम दर्जे के लिए 99.36 रुपये प्रति किलोग्राम और निम्न क्वालिटी के लिए 80.56 रुपये मिले।
उत्तरी इलाके में काली मिट्टी में किसान 81 लाख 70 हजार किलोग्राम तंबाकू की फसल उगाते हैं। दक्षिण के इलाके में हल्की और काली मिट्टी में 11 करोड़ 72 लाख 90 हजार किलोग्राम तंबाकू उगाते हैं। जबकि उत्तरी इलाके की हल्की मिट्टी में 5 करोड़ 10 लाख 40 हजार किलोग्राम तंबाकू उगाया जाता है।
तंबाकू की फसल 1 करोड़ 90 लाख की ऊंचाई पर पहुंच सकती है जो 1 करोड़ 60 लाख किलोग्राम की अधिकृत फसल की मात्रा से भी ज्यादा है। एनएलएस के किसानों को अधिकतम कीमत 110 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेगी।
नीलामी के वक्त खरीदार पहले दिन से ही 100 रुपये प्रति किलोग्राम का ऑफर दे रहे हैं। पिछले साल शुरुआती दिनों में 60-75 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहा था।