रिटेल यानी खुदरा ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए एनसीडीईएक्स 8 ग्राम वाले सोने के सिक्के का वायदा कारोबार शुरू करने की योजना बना रहा है।
इसका लॉट साइज एक सिक्के का होगा और इस तरह कीमती धातुओं के बाजार में सबसे छोटा लॉट साइज होगा। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के प्रबंध निदेशक (भारतीय उपमहाद्वीप) अजय मित्रा ने कहा कि एनसीडीईएक्स ने यह योजना खुदरा ग्राहकों को ध्यान में रखकर बनाई है, जो अन्यथा सोने के कारोबार से दूर रहते हैं। एनसीडीईएक्स के इस कदम से भारत में सोने का उपभोग बढ़ेगा क्योंकि भारत का खुदरा ग्राहक यहां खपत होने वाले सोने में करीब 30 फीसदी का योगदान देता है।
इस कॉन्ट्रैक्ट की रूपरेखा तय करने वाले चीफ बिजनेस अफसर श्रीकांत ने कहा कि इससे एनसीडीईएक्स की पहुंच न सिर्फ लगभग सभी घरों में हो जाएगी बल्कि ग्राहकों को भी शुद्द सोने के सिक्केमें कारोबार करने केलिए प्लैटफॉर्म उपलब्ध हो जाएगा।
एक्सचेंज फिलहाल ऐसे सोने के सिक्कों की डिलिवरी सेंटर की मजबूती केकाम में जुटा हुआ है ताकि सोने के सिक्के में कारोबार करने वालों की पहुंच सेंटर तक आसानी से हो सके और जो जहां चाहे यानी देश के किसी कोने में चाहे इसकी डिलिवरी ले सके। वैसे भी यह कॉन्ट्रैक्ट पूरी तरह डिलिवरी आधारित होगा। एनसीडीईएक्स इसके अलावा ऐसी पैकेजिंग कंपनियों से बातचीत कर रहा है तो इसकी अच्छी पैकेजिंग कर सके।
फिलहाल एनसीडीईएक्स में 100 ग्राम व एक किलो के लॉट साइज में सोने का वायदा कारोबार होता है और इसमें पूरी तरह निवेशक की हिस्सा लेते हैं और उन्हें भी रोजाना के उतारचढ़ाव के मुताबिक मोटी रकम लगानी पड़ती है। लेकिन एक आम आदमी ऐसे कारोबार में हिस्सा नहीं ले पाता।
उनके लिए ही एनसीडीईएक्स ने 8 ग्राम वाले सोने केसिक्के का कारोबार शुरू करने का फैसला किया है ताकि छोटी-छोटी बचत वाले आम आदमी इसमें भागीदारी कर सकें और उन्हें सोने के सिक्के का मालिक होने का अहसास हो। एनसीडीईएक्स नया वेयरहाउस मैनेजमेंट सिस्टम भी पेश करने जा रहा है, जो कारोबार करने के लिहाज से खुदरा ग्राहकों के लिए काफी सहूलियत भरा होगा।
इस कॉन्ट्रैक्ट का मुख्य फोकस डिलिवरी पर होगा, लिहाजा एक्सचेंज कस्टोडियन व विभिन्न बिजनेस पार्टनर से बातचीत कर रहा है ताकि इसकी आसान डिलिवरी की जा सके। एक्सचेंज के एमडी व सीईओ पी. एच. रविकुमार ने कहा – इस बाबत कई बैंकों ने हमसे जानकारी मांगी है।
इस कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति पर देश भर में कहीं भी इसकी डिलिवरी ली जा सकेगी क्योंकि एक्सचेंज छोटे-छोटे शहरों तक डिलिवरी सेंटर स्थापित करने की योजना बना रहा है और इसका मकसद है पूरे भारत में 8 ग्राम वाले सोने के सिक्के की कीमत एक हो।
भारतीय कमोडिटी की दुनिया में यह ऐसा खास प्रॉडक्ट होगा, जहां खरीदार के पास इस बात का विकल्प होगा कि वह देश में जहां चाहे इसकी डिलिवरी ले सके और एक्सचेंज उन्हें ऐसी सुविधा मुहैया कराएगा। सारी योजना खुदरा ग्राहकों को इस कारोबार से जोड़ने से मकसद से बनाई गई है। पिछले साल भार में 750 टन सोने का रेकॉर्ड उपभोग हुआ और इसमें रिटेल इन्वेस्टर की भागीदारी 215.4 टन की रही।