दिल्ली में होली के मौके पर बाजार में चुस्ती की जगह सुस्ती छायी हुई है। चावल, गेहूं से लेकर मेवा एवं मसाला बाजार तक से रौनक गायब है।
पिछले साल की होली के मुकाबले मांग में 10-15 फीसदी की गिरावट है। कारोबार में छायी मंदी के कारण व्यापारी होली-मिलन कार्यक्रम तक में कटौती कर रहे हैं।
500 से अधिक थोक कारोबारियों की सदस्यता वाली दिल्ली किराना कमेटी हर साल होली के मौके पर विशेष कार्यक्रम आयोजित करती थी। लेकिन इस साल सिर्फ मुह-जबानी मुबारकवाद से ही काम चलाना पड़ रहा है।
कमेटी के अध्यक्ष प्रेम कुमार गुप्ता कहते हैं, ‘बाजार पहले से ही बैठा हुआ है, कोई मांग नहीं निकल रही है इसलिए होली को लेकर कोई उत्साह नहीं है।’ गुप्ता मेवा के थोक कारोबारी है। वे कहते हैं कि हर साल होली के मौके पर मेवे की मांग में कम से कम 10 फीसदी की तेजी जरूर आती थी। लेकिन इस बार काजू, किशमिश, छुहारा व बादाम गिरी जैसी तमाम चीजों की कीमत कम है।
काजू के भाव फिलहाल 250-400 रुपये प्रति किलोग्राम है जो कि दीपावली के मुकाबले 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम कम है। किशमिश के भाव फिलहाल 150-275 रुपये प्रति किलोग्राम चल रहे हैं जबकि गत नवंबर में इसके भाव 170-300 रुपये प्रति किलोग्राम थे। सिर्फ बादाम गिरी के दाम में 45 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी है।
कारोबारियों के मुताबिक फिलहाल 360 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर कायम बादाम गिरी की आपूर्ति मुख्य रूप से अफगानिस्तान से होती है और डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने के कारण इसकी कीमत में तेजी आयी है।
मसाले के थोक कारोबारी ललित गुप्ता कहते हैं, ‘होली मिलन का मजा तभी होता है जब बाजार में होली होती है। हमारे बाजार में तो जीरा, काली मिर्च, लाल मिर्च जैसे आइटमों में 10-15 फीसदी की कमी है। हल्दी में थोड़ी तेजी जरूर है।’
जीरा फिलहाल 107-120 रुपये प्रति किलोग्राम, काली मिर्च 112-133 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर है। हल्दी की कीमत तेजी के साथ 50 रुपये प्रति किलोग्राम चल रही है। दिल्ली ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रधान नरेश कुमार गुप्ता कहते हैं, ‘कमाई कम होती है तो त्योहारों के प्रति उल्लास भी कम हो जाता है, लेकिन अनाज व्यापारी होली-मिलन कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।’
चावल के थोक कारोबारी गुप्ता यह भी कहते हैं कि उनके बाजार में तो पहले से ही गिरावट जारी है। चावल की कीमतों में रोजाना 10-15 रुपये प्रति क्विंटल की कमी दर्ज की जा रही है।