केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि सरकार आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए उपाय तलाशेगी और किसानों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सुनिश्चित करने के लिए बीज और कीटनाशकों से संबंधित कानूनों को और सख्त करेगी।
चौहान ने एक पखवाड़े तक चले ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के समाप्त होने पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कई किसानों ने बीज और कीटनाशकों की गुणवत्ता पर चिंता जताई है। इसके अलावा अभियान के दौरान किसानों ने जलवायु प्रतिरोधी बीजों की सीमित उपलब्धता, आवारा पशुओं का बढ़ता खतरा तथा सोयाबीन की घटती पैदावार जैसे मसलों पर भी चिंता जताई। उल्लेखनीय है कि 29 मई से शुरू हुए इस अभियान के तहत 1,42,934 गांवों में 1.34 करोड़ किसानों से सीधे संपर्क किया गया।
सम्मेलन के इतर संवाददाताओं से कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी ने कहा, ‘बीज अधिनियम में नए बदलावों से पता लगाने की क्षमता सुधरेगी, अप्रमाणित बीज भी विनियमन के दायरे में आएंगे, जुर्माना बढ़ेगा और यह किसानों के लिए काफी अनुकूल होगा।’ उन्होंने कहा कि यह संशोधन संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाएंगे।
वहीं, कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि किसान विकास केंद्रों के वैज्ञानिक सप्ताह में तीन दिन किसानों के खेतों में अनिवार्य रूप से जाएंगे ताकि किसानों के साथ नियमित रूप से बातचीत जारी रहे। उन्होंने कहा, ‘मैं भी सप्ताह में दो दिन किसानों के खेतों में जाऊंगा। मंत्रालय के अधिकारियों को भी इसी तरह का निर्देश दिया गया है।’
चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार डिजिटल खेती मिशन के तहत किसानों को वास्तविक समय पर मौसम की जानकारी देने के लिए एक ऐप्लीकेशन भी शुरू करेगी। जंगली जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की समस्या पर मंत्री ने कहा कि किसानों ने फसल निगरानी और निवारक प्रणालियों के लिए एआई जैसी आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का सुझाव दिया है। इसके साथ ही सरकार जंगली जानवरों को नुकसान न पहुंचाने वाली बाड़ लगाने की योजना के तहत सहायता देगी।