पेट्रोल और खाद्य तेल के बाद चुनिंदा सब्जियों की कीमत पिछले कुछ हफ्तों से उबाल पर है। व्यापार और बाजार के सूत्रों का कहना है कि सितंबर महीने में अत्यधिक समय तक बारिश होने और उसके बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत बढऩे से परिवहन लागत में बढ़ोतरी होने के कारण मोटे तौर पर सब्जियों की कीमत में वृद्घि हुई है। इसके उलट प्याज और आलू की थोक मूल्य दरों में सितंबर महीने में गिरावट आई है। देश में इन दो सब्जियों की खपत ही सर्वाधिक होती है। कुछ विश्लेषकों की राय है कि अक्टूबर में टमाटर की आवक बढऩे के कारण इसके दाम कम हो सकते हैं।