देश के नए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का जोर कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस का घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर रहेगा। उन्होंने कहा कि वह देश के प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी काम करेंगे।
धर्मेंद्र प्रधान से मंत्रालय का कार्यभार लेने के बाद पुरी ने कहा, ‘इस मंत्रालय में ऊर्जा को लेकर काफी संभावनाएं और विभिन्न चुनौतियां हैं। बदलते समय के अनुरूप होने, नई तकनीकों को अपनाने और दुनिया भर में ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे बदलावों के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत एक आकर्षक अवसर मुहैया कराती है।’ धर्मेंद्र्र प्रधान से पेट्रोलियम मंत्रालय लेकर उन्हें कौशल विकास और शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने भी गुरुवार को पदभार ग्रहण किया। पुरी को यह जिम्मेदारी आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के मंत्री के अलावा सौंपी गई है।
पुरी ने कहा, ‘जैसे जैसे हम 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं उसमें ऊर्जा की उपलब्धता और खपत सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण होगी। मेरा जोर कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस का घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर रहेगा। मैं देश में प्राकृतिक गैस आधारित अर्थव्यवस्था के विकास पर भी काम करूंगा और 2030 तक देश के प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 15 फीसदी पर लाने के लिए काम करूंगा।’ 2015 में वैश्विक ऊर्जा सम्मेलन ऊर्जा संगम में उद्घाटन भाषण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयात के बोझ को कम करने के लिए तेल और गैस का घरेलू उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया था।