केंद्र सरकार टमाटर के दाम तेजी से बढ़ने के बाद हरकत में आ गई है। सरकार ने कहा कि वह टमाटर के साथ ही आलू व प्याज की स्थिर कीमतों को सुनिश्चित करने के लिए नजर रख रही है। साथ ही इनकी कीमतों को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप कर रही है। सरकार ने बाजार भाव से कम दाम पर टमाटर बेचना शुरू कर दिया है और अगले महीने से प्याज भी बेच सकती है।
बारिश से लाल हुआ टमाटर
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने कहा है कि बारिश के कारण दिल्ली में टमाटर की कीमतों में अस्थायी रूप से उछाल आया है, लेकिन इसकी कीमत अखिल भारतीय औसत से नीचे बनी हुई है। दिल्ली में टमाटर का वर्तमान औसत खुदरा मूल्य 73 रुपये किलो है, जो मुख्य रूप से जुलाई के अंतिम सप्ताह से देश के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के कारण इसकी फसल को नुकसान का परिणाम है। चेन्नई और मुंबई में टमाटर की वर्तमान औसत खुदरा कीमतें क्रमशः 50 रुपये और 58 रुपये किलो है, जो दिल्ली की कीमतों से काफी कम है। वर्तमान में टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 52 किलो है, जो पिछले साल की औसत खुदरा कीमत 54 रुपये और 2023 की 136 रुपये किलो से अभी भी कम है।
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दाम नियंत्रित करने रियायती भाव पर टमाटर की बिक्री शुरू
टमाटर के दाम बढ़ने के बाद केंद्र सरकार ने रियायती भाव पर टमाटर की बिक्री शुरू कर दी है। मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) 4 अगस्त से आजादपुर मंडी से टमाटर खरीदकर उपभोक्ताओं को न्यूनतम मार्जिन पर बेच रहा है। एनसीसीएफ ने पिछले साल भी इसी तरह टमाटर बेचा था। अब तक एनसीसीएफ ने खरीद लागत के आधार पर 47 से 60 प्रति किलोग्राम के खुदरा मूल्यों पर 27,307 किलो टमाटर बेचे हैं। टमाटर की यह खुदरा बिक्री एनसीसीएफ के नेहरू प्लेस, उद्योग भवन, पटेल चौक और राजीव चौक स्थित स्टेशनरी आउटलेट्स के साथ-साथ शहर भर में विभिन्न स्थानों पर संचालित 6 से 7 मोबाइल वैन के माध्यम से की जा रही है।
अगले महीने शुरू हो सकती है रियायती भाव पर प्याज की बिक्री