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15 महीने में पाम ऑयल आया सबसे नीचे

Last Updated- December 07, 2022 | 5:42 PM IST

मलयेशिया में पाम ऑयल का वायदा, जो इस जिंस का वैश्विक बेचमार्क है, कारोबार उत्पादन में बढ़ोतरी के अनुमानों के कारण लगभग 15 महीने के न्यूनतम स्तर पर किया जा रहा था।


पाम ऑयल, जिसका इस्तेमाल खाद्य और बायोफ्यूल के तौर पर किया जा सकता है, आमतौर पर कच्चे तेल के मूल्य के अनुसार घटता-बढ़ता है। कच्चे तेल के मूल्य में तीन दिनों में पहली बार बढ़ोतरी हुई है।

एबीएन एमरो सिक्योरिटीज (सिंगापुर) के सहायक निदेशक निर्गुणन तिरुचेल्वम ने कहा कि मूल्य की धारणा जिसमें पिछले सप्ताह 11.7 फीसदी की गिरावट आई थी, उत्पादन अनुमानों के मद्देनजर इसमें नरमी देखी जा रही है। उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2005 से प्लांटिंग में किए गए विस्तार से उत्पादन बढ़ेगा। साल के शेष हिस्से में हम मूल्य में और अधिक गिरावट की उम्मीद करते हैं।’

मलयेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में सर्वाधिक सक्रिय कारोबार अनुबंध, अक्टूबर डिलीवरी वाले पाम ऑयल के सौदे के मूल्य में मामूली बदलाव देखा गया और स्थानीय समय दिन के 3.55 बजे यह 2,452 रिंगिट प्रति टन रहा। 15 अगस्त को इस अनुबंध की कीमत में 8.7 प्रतिशत की गिरावट आई  और इसका कारोबार 2,392 रिंगिट प्रति टन पर किया गया जो 9 मई 2007 के बाद की सबसे कम कीमत है।

क्यूबा के आस पास आए तूफान के कारण मेक्सिको की खाड़ी के रिग्स ऑर प्लैटफॉर्म से कर्मचारियो को हटाने के कारण न्यू यॉर्क में कच्चे तेल की कीमतों में वृध्दि हुई। उल्लेखनीय है कि मेक्सिको की खाड़ी कुल अमेरिकी कच्चे तेल के लगभग 20 प्रतिशत का उत्पादन करता है। सितंबर डिलीवरी वाले अनुबंध में 1.58 डॉलर या 1.4 प्रतिशत की तेजी आई और सिंगापुर में दिन के 3.14 बजे इसका कारोबार 115.07 डॉलर प्रति बैरल पर किया जा रहा था।

तिरुचेल्वम ने कहा, ‘हमारी भविष्यवाणी है कि साल 2010 में औसत मूल्य 1,000 डॉलर प्रति टन रहेगा। ‘तीन दिनों से डॉलर की मजबूती में आई नरमी से अन्य जिसों की कीमतों में भी आज बढ़त देखी गई। यूरो के मुकाबले छह महीने के शिखर से लुढ़के डॉलर और वैकल्पिक निवेश के लिए निवेशकों की अन्य कच्चे मालों की मांग से अन्य जिंसों की कीमतों में बढ़त देखी गई।

First Published - August 19, 2008 | 1:36 AM IST

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