बिहार में मक्के की उपज को लेकर हुई ढेर सारी राजनीतिक ड्रामेबाजी के बाद नेफेड को मक्के की खरीद के लिए अधिकृत तो कर दिया गया पर नैफेड ने अभी तक खरीदारी शुरू नहीं की है।
मक्के की खरीद कर किसानों को राहत पहुंचाने की बजाय नैफेड इसकी कीमत के 620 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य स्तर से नीचे जाने का इंतजार कर रहा है। यह तब की स्थिति है जब देश के अन्य इलाकों में मक्के का औसत मूल्य 1,009 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास चल रहा है।
नैफेड के मुताबिक, वह बिहार में मक्के की खरीदारी तभी कर सकता है जब इसकी कीमत न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम हो जाए। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के निर्देश पर नैफेड बिहार से मक्के की खरीदारी करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसके लिए उसने सारी तैयारी भी पूरी कर ली है।
सोमवार को नैफेड के एक अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बिहार में कीमत इन दिनों 640 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास है। ऐसे में मक्के की खरीदारी नहीं की जा सकती है। 620 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम होने पर ही खरीदारी शुरू होगी। सूत्रों के मुताबिक, पिछले एक सप्ताह से नैफेड बिहार में मक्के की कीमत में गिरावट की बाट जोह रहा है।
प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के बाद सरकार ने नैफेड को मक्के खरीदने का निर्देश जारी किया था। नैफेड के अधिकारियों ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि बिहार से कितनी मात्रा में मक्के की खरीदारी की जाएगी। उनका कहना है कि यह अभी निश्चित नहीं है। कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर बिहार के मक्के उत्पादकों की दयनीय दशा की जानकारी दी थी।
कुमार ने कहा था कि बिहार के किसान मक्के की बिक्री के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं। नीतीश कुमार के मुताबिक, खरीदार न मिलने से मक्का किसानों को मक्का 500 रुपये प्रति क्विंटल तक बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। इससे पहले केंद्र सरकार ने देश में मक्के की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर 3 जुलाई को मक्के के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद से बिहार में मक्के का भाव टूटने लगा।
अनुमान है कि इस साल बिहार में 17 लाख टन मक्के की बंपर पैदावार हुई है। दस दिन पहले तक बिहार से मिली जानकारी के मुताबिक वहां के किसानों को 570-580 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मक्के की बिक्री करनी पड़ रही थी। इधर, देश के दूसरे हिस्सों में मक्के की मजबूत स्थिति कायम है।
महाराष्ट्र में 1,024 रुपये प्रति क्विंटल तो मध्य प्रदेश में 820-900 रुपये प्रति क्विंटल की दर से मक्के की बिक्री हो रही है। एपीएमसी के सूत्रों के मुताबिक, मक्के का औसत मूल्य 1,009 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है।