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नारियल उत्पादन में भारत टॉप पर

Last Updated- December 07, 2022 | 7:40 PM IST

इंडोनेशिया और फिलिपींस को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया भर में नारियल का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। साल 2006-07 में भारत ने कुल 1584 करोड़ नारियल का उत्पादन किया।


इस आंकड़े के साथ नारियल उत्पादन के मामले में भारत टॉप पर पहुंच गया जबकि इंडोनेशिया और फिलिपींस दूसरे और तीसरे स्थान पर आ गए। नारियल विकास बोर्ड के अधिकारी ने यह जानकारी दी। बोर्ड की अध्यक्ष एम. मैथ्यू ने बताया कि 2005-06 में भारत ने कुल 1481 करोड़ नारियल का उत्पादन किया था।

उन्होंने कहा कि 2002 में फिलिपींस ने 1406 करोड़ नारियल का उत्पादन किया था जो साल 2006-07 में घटकर 1260 करोड़ नारियल पर आ गया है। मैथ्यू के मुताबिक, अच्छे मानसून की बदौलत भारत इस स्थिति में पहुंचने में कामयाब हुआ है। जबकि सुनामी के कारण अन्य देशों की पैदावार पर अच्छा खासा असर पड़ा।

इस दौरान नारियल की प्रति हेक्टेयर पैदावार में अच्छा खासा उछाल दर्ज किया गया है। 2005-06 में प्रति हेक्टेयर 7608 नारियल की पैदावार होती थी, जो 2006-07 में बढ़कर 8155 पर पहुंच गई है। नारियल के कुल रकबे में केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक का हिस्सा 90.29 फीसदी का है जबकि कुल पैदावार में इन राज्यों की हिस्सेदारी 91.13 फीसदी की। केरल में प्रति हेक्टेयर 6951 नारियल की पैदावार हुई।

बोर्ड के अनुमान के मुताबिक, भारत में नारियल का सालाना उत्पादन 7.5 लाख टन का है जबकि नारियल तेल का उत्पादन 4.4 लाख टन का। बोर्ड की अध्यक्ष के मुताबिक, इस तरह देश की जीडीपी में नारियल का योगदान करीब 8000 करोड़ रुपये का है। उन्होंने कहा कि नारियल के निर्यात से कुल 650 करोड़ रुपये की आय होती है।

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कुल 1 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इससे 15000 प्रोसेसिंग यूनिट को कच्चा माल मिलता है। बोर्ड ने केरल सरकार से अनुरोध किया है कि वह सार्वजनिक वितरण प्रणाली केजरिए नारियल तेल का वितरण करे जबकि केंद्र से कहा है कि वह सुनिश्चित करे कि वनस्पति निर्माता अपनी यूनिट में नारियल तेल का कुछ खास प्रतिशत इस्तेमाल करे।

First Published - September 2, 2008 | 12:38 AM IST

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