हमास ने सोमवार को युद्धविराम के तहत सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा कर दिया। इस युद्धविराम ने गाजा पट्टी में दो साल से चल रहे युद्ध को रोक दिया है, जिसमें हजारों फिलिस्तीन मारे गए। इस समझौते के तहत इजरायल ने 1,900 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा किया है। युद्ध रोकने के लिए हुए समझौते के तहत अकालग्रस्त गाजा में खाद्य और सहायता सामग्री की आपूर्ति बढ़ाने की अनुमति दी गई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वह इस शांति के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘यहूदी कैलेंडर के अनुसार, दो वर्षों से जारी युद्ध का आज अंत हो रहा है।’ युद्धविराम शुक्रवार से शुरू हुआ और इसमें बंधकों के बदले फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली भी शामिल है। हालांकि, इजरायल-हमास युद्धविराम के बाद के चरणों पर अभी भी काम चल रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप गाजा के भविष्य से संबंधित वैश्विक सम्मेलन में भाग लेने के लिए सोमवार को मिस्र पहुंच गए। वह अमेरिका की मध्यस्थता से हमास के साथ हुए युद्ध विराम का जश्न मनाने के लिए इजरायल की यात्रा के बाद मिस्र गए हैं। इजरायल की संक्षिप्त यात्रा के दौरान उन्होंने यरूशलम में ‘नेसेट’ (संसद) को संबोधित किया। गाजा सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है, जिसकी मेजबानी ट्रंप और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी कर रहे हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भी इस सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने ‘ज्यूइश हॉलीडे’ का हवाला देते हुए इसमें शिरकत करने से इनकार कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गाजा पट्टी में इजरायल के सभी 20 जीवित बंधकों की रिहाई का स्वागत किया और कहा कि भारत क्षेत्र में शांति लाने के अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करता है। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम दो साल से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखे गए सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। यह रिहाई उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के अथक शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत संकल्प के प्रति सम्मान है।’