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भारत के पास खाद्य तेल का पर्याप्त स्टॉक

Last Updated- December 11, 2022 | 7:22 PM IST

सरकार ने उम्मीद जताई है कि पाम तेल निर्यात पर इंडोनेशिया के प्रतिबंध से उत्पन्न फौरी संकट से निपटने के लिए भारत के पास खाद्य तेल का पर्याप्त स्टॉक है।
आज जारी एक बयान में सरकार ने कहा कि देश में फिलहाल खाद्य तेल का करीब 21 लाख टन स्टॉक में है, जबकि 12 लाख टन और तेल निर्यात करने वाले देशों से मई में पहुंचने की उम्मीद है।
निर्यात पर प्रतिबंध की वजह से इस कमजोर अवधि से निपटने में यह पर्याप्त रहेगा।
पिछले सप्ताह दुनिया के सबसे बड़े पाम तेल उत्पादक इंडोनेशिया द्वारा निर्यात पर अचानक प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से लंबे समय तक दाम अधिक रहने के बाद भारत के खाद्य तेल के दाम फिर से बढऩे के आसार हैं।
वैश्विक स्तर पर और भारत में भी पाम तेल का इस्तेमाल केक और तलने से लेकर सौंदर्य प्रसाधन और सफाई उत्पादों तक, हर चीज में किया जाता है।
हालांकि इस संबंध में सवाल किए जा रहे हैं कि प्रतिबंध कब तक लागू रहेगा, क्योंकि व्यापारिक सूत्रों के अनुसार इंडोनेशिया के पास पाम तेल का काफी स्टॉक जमा है, जिसे पर्याप्त भंडारण क्षमता के अभाव में बेचने की जरूरत है।
लेकिन इस घटनाक्रम ने भारतीय खाद्य तेल बाजार में खौफ पैदा कर दिया है, क्योंकि आठ लाख से साढ़े आठ लाख टन के साथ भारत के वार्षिक खाद्य तेल आयात में पाम तेल का हिस्सा करीब 70 प्रतिशत रहता है। इसमें से करीब 45 प्रतिशत आपूर्ति इंडोनेशिया करता है, जबकि शेष पड़ोसी देश मलेशिया से आता है।
व्यापारिक सूत्रों ने संभावना जताई है कि आपूर्ति के अभाव की वजह से खाद्य तेलों और पाम तेल आधारित उत्पादों के भी घरेलू दामों में  अल्पावधि के दौरान कम से कम सात प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक का इजाफा हो सकता है।
इस बीच केंद्र ने कहा कि पर्याप्त स्टॉक के अलावा घरेलू स्तर पर वर्ष 20221-22 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार सोयाबीन का उत्पादन 1.26 करोड़ टन आंका गया है जो पिछले साल की तुलना में 6.1 लाख टन अधिक है।

First Published - May 2, 2022 | 1:00 AM IST

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