डॉलर में मजबूती के कारण मंगलवार को सोने की कीमतों में गिरावट आई और ये एक सप्ताह के उच्चतम स्तर से नीचे आ गईं। उधर, निवेशक अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के आने की प्रतीक्षा करते रहे। ये आंकड़े भविष्य में फेडरल रिजर्व की दर कटौती की उम्मीदों को बेहतर बनाने में मददगार हो सकते हैं।
पिछले सत्र में 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के बाद 09.42 बजे (जीएमटी) तक हाजिर सोना 0.2 फीसदी गिरकर 4,129.89 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिन में पहले कीमतें 14 नवंबर के बाद के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थीं।
दिसंबर डिलिवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.8 फीसदी बढ़कर 4,126.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। डॉलर पिछले हफ्ते के लगभग छह महीने के उच्चतम स्तर के आसपास रहा, जिससे सराफा की तेजी कम हुई क्योंकि मजबूत डॉलर से अन्य मुद्रा में सोना महंगा हो जाता है।
विजडमट्री के कमोडिटी रणनीतिकार नितेश शाह ने कहा, हमने सभी परिसंपत्तियों में व्यापक वृद्धि देखी है, आंशिक रूप से इसलिए कि बाजार फेड की अगली कटौती के समय का फिर से आकलन कर रहे हैं।
सीएमई के आंकड़ों के अनुसार बाजार दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की 81 फीसदी और जनवरी में बदलाव की 86 फीसदी संभावना जता रहे हैं। फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वालर ने सोमवार को कहा था कि श्रम बाजार में इतनी नरमी आ गई है कि दिसंबर में एक और चौथाई अंकों की कटौती उचित है। हालांकि आगे के कदम आने वाले आंकड़ों पर निर्भर करेंगे।
उनकी यह टिप्पणी न्यूयॉर्क फेड के अध्यक्ष जॉन विलियम्स की उस टिप्पणी के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि ब्याज दरें निकट भविष्य में गिर सकती हैं। कम ब्याज दरें गैर-प्रतिफल वाले सोने को सहारा देती हैं। शाह ने कहा कि यथार्थवादी परिदृश्य में संरचनात्मक रूप से कमजोर डॉलर 2026 तक सोने को 4,700 डॉलर तक पहुंचा सकता है।
अन्य स्थानों पर हाजिर चांदी 0.5 फीसदी गिरकर 51.13 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। प्लैटिनम 1,543.46 डॉलर पर स्थिर रहा जबकि पैलेडियम 1.1 फीसदी गिरकर 1,380.00 डॉलर पर आ गया।