पर्व-त्योहार का मौसम के करीब होने के कारण उद्योग को उम्मीद है कि हाल में सोने की कीमतों में हुई गिरावट के मद्देनजर पिछले महीने के मुकाबले खपत तीन गुनी बढेग़ी।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण संघ के अध्यक्ष अशोक मीनावाला ने कहा कि इसके अलावा सोने के मूल्य में हुई भारी गिरावट के कारण पिछले साल की समीक्षाधीन अवधि के मुकाबले इस महीने खरीदारी दोगुनी होगी।
उन्होंने कहा, ‘सोने की खरीद इस महीने देश भर में उल्लेखनीय रूप से बढ़ गई है और यह रुख बरकरार रहने वाला है।’ उन्होंने कहा कि इस महीने पिछले साल की समीक्षाधीन अवधि के मुकाबले खपत में 100 फीसदी और इस साल जुलाई के मुकाबले 200 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। मीनावाला ने कहा कि इस साल के कुल सोने का आयात भी पिछले साल के मुकाबले 15-20 फीसदी अधिक होगा।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबक पिछले साल कुल 797 टन सोने का आयात हुआ था। मीनावाला ने कहा कि हाल में हुई खरीद में बढ़ोतरी से पिछले महीनों की कमजोरी की भरपाई हो जाएगी। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के निदेशक धर्मेश सोड़ा ने कहा कि देश में सोने से संबंधित गतिविधियों में भारी बढ़ोतरी हुई है क्योंकि इसकी कीमत पिछले 20 दिनों में 14,000 प्रति 10 ग्राम से घटकर 11,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई है।
अक्टूबर महीने में ईद-उल-फितर और दुर्गा पूजा से होगी और फिर उसके अगले महीने दिवाली होगी। वर्ष 2008 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग से संबंधित रिपोर्ट में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा है कि भारत में आभूषणों की मांग 47 प्रतिशत घट कर 118 टन हो गई जिसकी वजह अस्थिर उच्च कीमतें रही हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘अस्थिर शेयर बाजारों और महंगाई बढ़ने के समय में अधिकांश बाजारों के सोने को निवेश का सुरक्षित विकल्प मान कर निवेश करने के बावजूद, जानकारी में आए वैश्विक निवेश की मांग वर्ष 2007 की दूसरी तिमाही की तुलना में 4 प्रतिशत कम, 119.8 टन रही क्योंकि कुछ निवेशकों ने लाभ कमाते हुए अपना निवेश भुना लिया।’