facebookmetapixel
महंगे IPO में बढ़ते रिस्क पर एक्सपर्ट्स की चेतावनी: निवेशक वैल्यूएशन समझकर ही लगाएं पैसाBihar Election Results: प्रशांत किशोर की बड़ी हार! जन सुराज के दावे फेल, रणनीति पर उठे सवालBihar Results: कैसे हर चुनाव में नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक रणनीति को जरूरत के हिसाब से बदला?ED के समन पर पेश नहीं हुए अनिल अंबानी, बढ़ सकती है मुश्किलें! एजेंसी ने नया नोटिस जारी कियाBihar Assembly Elections 2025: NDA की प्रंचड जीत पर बोले प्रधानमंत्री मोदी, कहा- यह सुशासन की जीत हैBihar Assembly Elections 2025: कई सीट के अंतिम नतीजे घोषित, NDA प्रत्याशियों की जीत का सिलसिला जारीBihar Election Result: बिहार में NDA की जोरदार वापसी, किसानों के लिए किए बड़े वादों पर अब सबकी नजरेंकांग्रेस का सूपड़ा साफ! कभी 196 सीटें जीतने वाली पार्टी आज सिर्फ 1 सीट पर आगे, भविष्य पर फिर उठे सवालMarket This Week: फार्मा-आईटी शेयरों में चमक से इस हफ्ते चढ़ा बाजार, निवेशकों को ₹7 लाख करोड़ का फायदालालू के दोनों लाल क्या बचा पाएंगे अपनी सीट? तेजस्वी दूसरे तो तेज प्रताप तीसरे नंबर पर; बढ़ रहा वोटों का अंतर

GJC पूरे देश में सोने की एक कीमत के लिए कर रही है काम, खुदरा विक्रेताओं को मनाने का प्रयास

‘‘हम एक ही दर पर सोना आयात करते हैं, लेकिन घरेलू खुदरा कीमतें एक शहर से दूसरे शहर में अलग होती हैं। हम चाहते हैं कि पूरे देश में एक ही दर लागू हो।’’

Last Updated- October 22, 2024 | 5:34 PM IST
Gold Silver Price Today

अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने मंगलवार को कहा कि वह ‘एक राष्ट्र एक स्वर्ण दर’ को लागू करने के लिए काम कर रही है। इस कवायद का मकसद घरेलू सोने की कीमतों को मानकीकृत करना है। इस समय ये कीमतें देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग हैं।

जीजेसी सचिव मितेश धोरडा ने कहा, ‘‘हम एक ही दर पर सोना आयात करते हैं, लेकिन घरेलू खुदरा कीमतें एक शहर से दूसरे शहर में अलग होती हैं। हम चाहते हैं कि पूरे देश में एक ही दर लागू हो।’’

उन्होंने 22 अक्टूबर से नौ दिसंबर तक चलने वाले एक नए वार्षिक स्वर्ण महोत्सव ‘लकी लक्ष्मी’ की शुरुआत के मौके पर यह बात कही। परिषद ने पहले ही अपने सदस्यों के साथ 50 से अधिक बैठकें की हैं और वह इस पहल के लिए 8,000 सुनारों को साथ लाने में कामयाब रही है। इस बारे में सरकार को भी सुझाव दिए गए हैं और उद्योग के हितधारकों को समझाने की कोशिश जारी है।

धोरदा ने कहा, ‘‘हम अपने सदस्यों को व्हाट्सएप के जरिये अनुशंसित दर की जानकारी दे रहे हैं। हमारा लक्ष्य कम से कम 4-5 लाख सुनारों तक चरणबद्ध तरीके से पहुंचना है।’’ उन्होंने कहा कि गुजरात में कार्यान्वयन विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण रहा है।

First Published - October 22, 2024 | 5:34 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट