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मोटे अनाज एमएसपी से नीचे

Last Updated- December 10, 2022 | 7:53 PM IST

मोटे अनाज से लेकर धान तक देश के कई हिस्सों में सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी कम कीमत पर बिक रहे हैं।
अनाज कारोबारियों का कहना है कि चावल, दाल व गेहूं में जारी नरमी के कारण मोटे अनाज की मांग नहीं निकल पा रही है।
कीमत में आयी इस गिरावट के कारण मोटे अनाज के उत्पादक जबरदस्त घाटे का सामना कर रहे हैं।
बाजरा
बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 600 रुपये प्रति क्विंटल है। लेकिन गुजरात की मंडियों में बाजरे की कीमत एमएसपी के मुकाबले 65 फीसदी से अधिक कम हो चुकी है। मांग नहीं होने के कारण इसके भाव लगातार गिर रहे हैं।
एपीएमसी से जारी रिपोर्ट के मुताबिक गत पांच दिनों में बाजरे की कीमत गुजरात स्थित जाम जोधपुर, दीसा, जसदान की मंडियों में 200-180 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रही। भाव नहीं मिलने के कारण मंडियों में बाजरे की आवक में भी गिरावट आयी है। इससे किसान में  निराशा है।  
जौ
जौ का एमएसपी 680 रुपये प्रति क्विंटल है। लेकिन हरियाणा व राजस्थान दोनों जगहों की मंडियों में इसकी बिक्री एमएसपी से कम कीमत पर हो रही है। हालांकि हरियाणा की रेवाड़ी मंडी में बीते सप्ताह जौ की कीमत एमएसपी के मुकाबले मात्र 10-15 रुपये प्रति क्विंटल कम रही, लेकिन राजस्थान की मंडियों में जौ के भाव में प्रति क्विंटल 60 रुपये से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी।
राजस्थान के बीकानेर व रायसिंह नागर की मंडियों में गत चार दिनों के दौरान जौ के भाव 670-673 रुपये प्रति क्विंटल रहे वहीं कोटपुतली की मंडी में इसकी कीमत 600 रुपये प्रति क्विंटल देखी गयी। हालांकि जानकार कहते हैं कि जौ की मांग में सुधार जारी है और आने वाले समय में इसकी कीमत एमएसपी के स्तर को छू लेगी।
ज्वार
ज्वार हाइब्रिड का एमएसपी 600 रुपये प्रति क्विंटल है तो उम्दा किस्म के ज्वार के लिए यह कीमत 620 रुपये प्रति क्विंटल है। लेकिन ज्वार के बाजार में भी इन दिनों मंदी का बुखार हावी है। गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व कर्नाटक कीमंडियों में ज्वार की कीमत 400-550 रुपये प्रति क्विंटल चल रही है।
कर्नाटक के बादामी व गुजरात के जाम जोधपुर की मंडियों में इसकी कीमत 400 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है तो मध्य प्रदेश की सभी मंडियों में इसके भाव 530 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास है। महाराष्ट्र की सतना मंडी में ज्वार 503 रुपये प्रति क्विंटल बेचा जा रहा है।
मक्का
मक्के जैसे प्रमुख अनाज की भी स्थिति मजबूत नजर नहीं आ रही है। मक्के का एमएसपी 840 रुपये प्रति क्विंटल है। लेकिन आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में मक्के की कीमत 700 रुपये प्रति क्विंटल से भी कम हो चुकी है।
पश्चिम बंगाल की मंडियों में मक्के की बिक्री 750 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हो रही है तो उत्तर प्रदेश की अलीगंज, इटावा, बंदायू व गोंडा की मंडियों में इसकी कीमत 814-830 रुपये प्रति क्विंटल के आस-पास है।
तमिलनाडु की विभिन्न मंडियों में मक्का 750-825 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है वहीं राजस्थान में इसकी कीमत 820-835 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर है। मक्के की कीमत में आयी इस गिरावट से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
धान
छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश में धान की कीमत 770-890 रुपये के बीच चल रही है। जबकि सामान्य धान के लिए तय एमएसपी 800 रुपये प्रति क्विंटल और 50 रुपये बोनस को जोड़ने पर यह 900 रुपये प्रति क्विंटल बनता है। ए ग्रेड के धान के लिए यह एमएसपी बोनस समेत 930 रुपये प्रति क्विंटल है।
कारोबारियों का मानना है कि गेहूं, चावल व दाल की कीमत में तेजी आने पर ही मोटे अनाजों में मजबूती आती है। लेकिन पिछले साल गेहूं की कीमत में कोई बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गयी। अप्रैल से लेकर जनवरी तक गेहूं की कीमत खुले बाजार में 11.50-12 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर बनी रही। वैसे ही चावल के दाम भी गिरावट के रुख के साथ नरम रहे।
धान की नयी फसल आने के बाद चावल की कीमत में कभी तेजी नहीं देखी गयी। पिछले साल के मुकाबले साधारण किस्म के चावल में भी 2-3 किलोग्राम की कमी दर्ज की गयी है। दाल की कीमत में भी इन दिनों गिरावट का दौर जारी है। मसूर की दाल में तो 1000 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। मोटे अनाज की कीमत में फिलहाल कोई बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है।  

First Published - March 12, 2009 | 10:53 PM IST

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