facebookmetapixel
शेयर बाजार में मचेगी धूम! अगले दो-तीन हफ्तों में एक दर्जन से ज्यादा कंपनियां लाएंगी IPO, जुटाएंगी ₹10,000 करोड़इंश्योरेंस सेक्टर में 100% FDI का रास्ता साफ? संसद के शीतकालीन सत्र में पेश हो सकता है विधेयकपीएम मोदी ने असम को दी ₹6,300 करोड़ की स्वास्थ्य और इन्फ्रा परियोजनाओं की सौगातUP: कन्नौज का आनंद भवन पैलेस बना उत्तर प्रदेश का पहला लग्जरी हेरिटेज होमस्टेMCap: बाजाज फाइनेंस की मार्केट कैप में सबसे ज्यादा बढ़त, 8 कंपनियों का कुल मूल्य ₹1.69 ट्रिलियन बढ़ाMarket Outlook: इस सप्ताह US Fed की नीति और WPI डेटा पर रहेगी नजर, बाजार में दिख सकती है हलचलPower of ₹10,000 SIP: बाजार के पीक पर जिसने शुरू किया, वही बना ज्यादा अमीर!थाईलैंड में बढ़ा निवेशकों का भरोसा, इंडोनेशिया से तेजी से निकल रही पूंजी15 सितंबर को वक्फ एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट देगा अंतरिम आदेशAmazon Now बनाम Blinkit-Swiggy: कौन जीतेगा भारत में Quick Commerce की जंग?

कमोडिटी कारोबार में उतरेंगे छोटे अंबानी

Last Updated- December 05, 2022 | 6:59 PM IST

कमोडिटी ट्रेडिंग में बढ़ती संभावनाओं को भुनाने के लिए अब अनिल अंबानी का अनिल धीरूभाई अंबानी समूह भी इस कारोबार में उतरने की तैयारी कर रहा है।


रिलायंस के साथ एक और बड़ा समूह कोटक भी इस होड़ में उतरने को तैयार है। दोनों समूह आपस में क्षेत्रीय बाजारों और तकनीकों की साझेदारी करेंगे। इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए कोटक समूह की ओर से कोई उपलब्ध नहीं हो पाया जबकि रिलायंस की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। इस बाबत सवाल पूछने पर रिलायंस मनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा ‘समूह के फायदे के लिए हम प्रत्येक अवसर को भुनाने को तैयार हैं।’


हालांकि उन्होंने कमोडिटी व्यापार से संबंधित किसी बात पर टिप्पणी नहीं की। समूह पहले से ही रिलायंस मनी के जरिए कमोडिटी ब्रोकरेज के कारोबार में मौजूद है। सूत्रों का कहना है कि नये व्यापार के लिए रणनीतिक, तकनीकी, व्यापारिक और ढांचागत सहायता के लिए सहयोगी की जरूरत पड़ेगी। बाजार के जानकारों का मानना है कि इस बाजार में बहुत संभावनाएं हैं और कुछ बड़े व्यापारिक घराने अपना खुद का एक्सचेंज शुरू करने को तैयार हैं।


इसके साथ ही इंडियाबुल्स समूह भी सरकारी कंपनी एमएमटीसी के साथ कमोडिटी एक्सचेंज के व्यापार में पैर जमाने की योजना बना रहा है इसकेके लिए आवश्यक मंजूरी का इंतजार है। इंडियाबुल्स ब्रोकरेज, वित्तीय सेवाओं, रियल एस्टेट, रिटेल और बिजली जैसे क्षेत्रों में पहले से ही काम कर रही है।

First Published - April 2, 2008 | 11:51 PM IST

संबंधित पोस्ट