कमोडिटी ट्रेडिंग में बढ़ती संभावनाओं को भुनाने के लिए अब अनिल अंबानी का अनिल धीरूभाई अंबानी समूह भी इस कारोबार में उतरने की तैयारी कर रहा है।
रिलायंस के साथ एक और बड़ा समूह कोटक भी इस होड़ में उतरने को तैयार है। दोनों समूह आपस में क्षेत्रीय बाजारों और तकनीकों की साझेदारी करेंगे। इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए कोटक समूह की ओर से कोई उपलब्ध नहीं हो पाया जबकि रिलायंस की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। इस बाबत सवाल पूछने पर रिलायंस मनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा ‘समूह के फायदे के लिए हम प्रत्येक अवसर को भुनाने को तैयार हैं।’
हालांकि उन्होंने कमोडिटी व्यापार से संबंधित किसी बात पर टिप्पणी नहीं की। समूह पहले से ही रिलायंस मनी के जरिए कमोडिटी ब्रोकरेज के कारोबार में मौजूद है। सूत्रों का कहना है कि नये व्यापार के लिए रणनीतिक, तकनीकी, व्यापारिक और ढांचागत सहायता के लिए सहयोगी की जरूरत पड़ेगी। बाजार के जानकारों का मानना है कि इस बाजार में बहुत संभावनाएं हैं और कुछ बड़े व्यापारिक घराने अपना खुद का एक्सचेंज शुरू करने को तैयार हैं।
इसके साथ ही इंडियाबुल्स समूह भी सरकारी कंपनी एमएमटीसी के साथ कमोडिटी एक्सचेंज के व्यापार में पैर जमाने की योजना बना रहा है इसकेके लिए आवश्यक मंजूरी का इंतजार है। इंडियाबुल्स ब्रोकरेज, वित्तीय सेवाओं, रियल एस्टेट, रिटेल और बिजली जैसे क्षेत्रों में पहले से ही काम कर रही है।