facebookmetapixel
₹30,000 करोड़ का बड़ा ऑर्डर! Realty Stock पर निवेशक टूट पड़े, 4.5% उछला शेयरG-7 पर ट्रंप बना रहे दबाव, रूसी तेल खरीद को लेकर भारत-चीन पर लगाए ज्यादा टैरिफ10 मिनट डिलीवरी में क्या Amazon दे पाएगी Blinkit, Swiggy को टक्कर? जानें ब्रोकरेज की रायसी पी राधाकृष्णन ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के तौर पर ली शपथSBI, Canara Bank समेत इन 5 स्टॉक्स में दिखा ब्रेकआउट! 24% तक मिल सकता है रिटर्नInfosys buyback: 5 दिन में मार्केट कैप ₹40,000 करोड़ बढ़ा, ब्रोकरेज ने कहा- खरीदें, ₹1,880 जाएगा भावबड़ी कंपनियां बिजली के खर्च में बचा रहीं करोड़ों, जानें 20 साल में कैसे बदली तस्वीरचांदी के भाव ऑल टाइम हाई पर, सोना भी हुआ महंगाStocks to watch today, Sep 12: NBCC, RailTel समेत इन 17 स्टॉक्स पर आज रहेगी निवेशकों की नजर10 करोड़ शेयर वापस खरीदेगी Infosys, अब TCS-Wipro की बारी?

केंद्र ने बढ़ाई एथेनॉल खरीद की कीमत

Last Updated- December 14, 2022 | 10:03 PM IST

चीनी मिलों को चीनी उत्पादन की जगह ज्यादा एथेनॉल बनाने को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने आज विभिन्न स्रोतों से मिलने वाले सभी तीन श्रेणी के एथेनॉल उत्पादों के  खरीद दाम में 1 दिसंबर 2020 से शुरू हो रहे 2020-21 सत्र के लिए 1.95 रुपये से 3.34 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है।
इस समय एथेनॉल उत्पादन की अनुमति सी-हैवी मोलैसिस, बी-हैवी मोलैसिस और सीधे गन्ने या गन्ने के रस से बनाने की अनुमति है। इसे अनाज के इस्तेमाल न होने वाले टुकड़ों से भी बनाने की अनुमति है। कीमतों में बढ़ोतरी सिर्फ गन्ने से बनने वाले एथेनॉल के लिए है। खरीद मूल्य बढ़ाने का फैसला मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने आज लिया है।  सी- हैवी मोलैसिस से बनने वाला एथेनॉल की कीमत 2020-21 सत्र के लिए 46.69 रुपये लीटर होगी, जो चालू सत्र में 43.75 रुपये लीटर है। इसमें 4.43 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। वहीं तेल विपणन कंपनियों के लिए बी-हैवी मोलैसिस की कीमत 2020-21 सत्र के लिए 57.61 रुपये लीटर होगी, इसमें मौजूदा भाव से 6.15 रुपये लीटर बढ़ोतरी की गई है। इसे इंटरमीडिएटरी मोलैसिस के रूप में भी जाना जाता है।
गन्ने के रस या सीधे चीनी से बनने वाले एथेनॉल की खरीद कीमत 2020-21 सत्र के लिए 62.65 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है और चालू सत्र की तुलना में इसमें 5.33 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।
अब तक के मानकों के मुताबिक एथेनॉल खरीदने वाली तेल विपणन कंपनियां पहले से तय मूल्य पर एथेनॉल खरीदेंगी और जीएसटी और परिवहन शुल्क का भुगतान करेंगी।
आधिकारिक बयान के मुताबिक ओएमसी सिक्योरिटी जमा राशि 5 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत करने को सहमत हो गई हैं, जिससे एथेनॉल ऑपूर्तिकर्ताओं को करीब 400 करोड़ रुपये मिलेंगे।
2019-20 एथेनॉल उत्पादन सत्र कुछ सप्ताह में समाप्त होगा। कुछ सप्ताह पहले तक चीनी मिलों ने करीब 1.95 अरब लीटर सौदे में से करीब 1.5 अरब लीटर (करीब 73 प्रतिशत)  की आपूर्ति तेल विपणन कंपनियों को कर दी है।

First Published - October 30, 2020 | 12:20 AM IST

संबंधित पोस्ट