facebookmetapixel
Nifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Today: GIFT Nifty में कमजोरी; एशियाई बाजार डाउन; गुजरात किडनी IPO पर नजरबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, 80 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसStocks To Watch Today: InterGlobe, BEL, Lupin समेत इन कंपनियों के शेयरों पर आज रहेगा फोकसYear Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरूकेंद्र ने रिलायंस और बीपी से KG-D6 गैस उत्पादन में कमी के लिए 30 अरब डॉलर हर्जाने की मांग कीRBI की रिपोर्ट में खुलासा: भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत, लेकिन पूंजी जुटाने में आएगी चुनौतीकोफोर्ज का नया सौदा निवेशकों के लिए कितना मददगार, ब्रोकरेज की रायें मिली-जुली

आदिवासियों की कालीमिर्च जाएगी जर्मनी

Last Updated- December 05, 2022 | 9:11 PM IST

केरल के इडुक्की जिले में आदिवासियों द्वारा जैविक तकनीक से उपजाई गई कालीमिर्च जर्मनी को निर्यात की जाएगी।


राज्य वन विभाग की एक योजना के तहत यह निर्यात किया जा रहा है। इस योजना के पहले चरण में, जर्मनी की ईको हर्ब्स एंड स्पाइसेस को यह कालीमिर्च बेची जाएगी। राज्य के वन मंत्री बिनॉय विश्वम ने बताया कि आधिकारिक तौर पर इस योजना की शुरूआत इस महीने की 12 तारीख से की जाएगी।


राज्य के मन्नार, माल्लियन, औरोली और पेरियार टाइगर रिजर्व के पास स्थित मन्नारकुडी और वैनसिहव्याल क्षेत्र के आदिवासी कालीमिर्च की पारंपरिक खेती करते रहे हैं। पेरियार फाउंडेशन और पेरियार ईको-डेवलपेंट कमिटी के सहयोग से शुरू की गई इस योजना के जरिए ये आदिवासी कालीमिर्च की जैविक खेती कर रहे हैं। पर्यावरणीय समितियों के लिए काम करने वाली पेरियार फाउंडेशन राज्य की सर्वोच्च संस्था है जो आदिवासियों की मदद करने वाली नोडल इकाई है।

First Published - April 11, 2008 | 12:01 AM IST

संबंधित पोस्ट