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कृत्रिम आभूषण बना रहे हैं 40 प्रतिशत कारीगर

Last Updated- December 10, 2022 | 9:51 PM IST

सोने के आभूषणों की मांग में कमी को देखते हुए गुजरात के आभूषण निर्माता और कारीगर कृत्रिम गहने बना रहे हैं।
बहरहाल इस तरह का बदलाव अस्थायी है और उद्योग जगत के जानकारों का कहना है कि जब सोने की कीमतें कम होंगी तो स्थिति बदल जाएगी।
सोने की कीमतें अधिक होने की वजह से गहनों की बिक्री पर बुरा असर पड़ा है। शादी विवाह के मौसम में मध्यम वर्ग का एक परिवार औसतन 100 ग्राम सोने की खरीदारी करता है, वहीं धनी परिवार 400-500 ग्राम सोने की खरीदारी करते हैं।
राजकोट गोल्ड डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बलवंतराय बडानी ने कहा, ‘सामान्यतया इन दिनों में एक आभूषण विक्रेता एक दिन में 2-3 किलो सोने का कारोबार करता है, लेकिन इस समय यह घटकर 200-500 ग्राम रह गया है। इस कठिन वक्त को देखते हुए तमाम कारोबारियों ने कृत्रिम गहनों का कारोबार अस्थायी रूप से शुरू कर दिया है।’
ऐसा ही  कुछ हाल आभूषण कारीगरों का भी है। 10 में से कम से कम 3-4 कारीगर कृत्रिम आभूषणों की ओर चले गए हैं। तमाम और भी कुछ इसी तरह की योजना बना रहे हैं। हालांकि राजकोट के एक कारीगर का कहना है कि हम लोग अस्थायी रूप से कृत्रिम आभूषण की ओर जा रहे हैं। राजकोट में 1 लाख से ज्यादा कारीगर हैं।

First Published - March 28, 2009 | 5:18 PM IST

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