सोने की धातु को ‘इलेक्ट्रॉनिक स्वर्ण रसीद’ (EGR) में बदलने या EGR को सोने में बदलने पर कोई भी पूंजीगत लाभ कर नहीं लगाया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में अपने बजट भाषण में यह घोषणा की।
उन्होंने कहा कि स्वर्ण धातु को ईजीआर में बदलने या ईजीआर को सोने में बदलने की प्रक्रिया को हस्तांतरण नहीं मानने और उस पर कोई पूंजीगत लाभ कर नहीं लगाने का प्रस्ताव रखा गया है।’
सरकार की इस घोषणा से सोने के इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप ईजीआर में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। ईजीआर शेयर बाजार पर कारोबार की जाने वाली डिपॉजिटरी स्वर्ण प्राप्तियां हैं। इस रूप में निवेशक सोने के इलेक्ट्रॉनिक रूप की खरीदारी करते हैं और उन्हें सोना धातु के स्थान पर स्वर्ण प्राप्तियां दी जाती हैं।