facebookmetapixel
ग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमितभारतीय स्टार्टअप के सपने साकार करने के लिए वेंचर कैपिटल ईकोसिस्टम को बढ़ावा देना आवश्यककरिश्मा कपूर के बच्चे दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे, पिता संजय कपूर की करोड़ों की संपत्ति में मांगा हिस्साSEBI vs Jane Street: सेबी का जेन स्ट्रीट को और डेटा देने से इनकार, अगली सुनवाई 18 नवंबर कोNifty 50 कंपनियों की आय में गिरावट, EPS ग्रोथ रेट 4 साल में सबसे कमRSS ‘स्वयंसेवक’ से उपराष्ट्रपति तक… सीपी राधाकृष्णन का बेमिसाल रहा है सफरभारत के नए उप राष्ट्रपति चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के भारी अंतर से हरायासेबी ने IPO नियमों में ढील दी, स्टार्टअप फाउंडर्स को ESOPs रखने की मिली मंजूरीNepal GenZ protests: नेपाल में क्यों भड़का प्रोटेस्ट? जानिए पूरा मामला

Budget 2025: डिफेंस सेक्टर के लिए सरकार ने दिए ₹6,8 लाख करोड़, FY25 की तुलना में 9.5% अधिक, रक्षा आयात घटाने पर रहेगा जोर

2025 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की थी कि यह साल रक्षा क्षेत्र में सुधार करने का साल होगा।

Last Updated- February 01, 2025 | 3:03 PM IST
Union Budget 2025-26

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2025-26 का Budget पेश किया। सरकार ने 2025-26 के लिए ₹6,81,210 करोड़ का रक्षा बजट पेश किया, जो पिछले साल की तुलना में 9.5% अधिक है। पिछले वित्त वर्ष में रक्षा बजट के ₹6,21,940 करोड़ था। इस बजट में कुल ₹1,92,387 करोड़ का पूंजीगत व्यय और ₹4,88,822 करोड़ का राजस्व व्यय निर्धारित किया गया है, जिसमें से ₹1,60,795 करोड़ पेंशन के लिए आरक्षित हैं। 

इस बार बजट में  विमान और एयरो इंजन के विकास पर अधिक ध्यान दिया गया गया है, जिनके लिए ₹48,614 करोड़ का आवंटन किया गया है, वहीं नौसेना बेड़े के लिए ₹24,390 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। अन्य उपकरणों के लिए ₹63,099 करोड़ का बजट रखा गया है। इसके अलावा, भारत सरकार ने रक्षा उपकरणों के स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं, ताकि देश अपनी रक्षा आवश्यकताओं के लिए विदेशों पर निर्भरता कम कर सके।

रक्षा क्षेत्र में सुधारों का साल

2025 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की थी कि यह साल रक्षा क्षेत्र में सुधार करने का साल होगा। सरकार इस दिशा में एकीकृत थिएटर कमांड, साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए क्षेत्रों, सरल और समयबद्ध अधिग्रहण, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने वाली है। 

2024-25 में रक्षा क्षेत्र का पूंजीगत व्यय पिछले साल के मुकाबले अधिक रहा, और भारत ने रक्षा खर्च में steady वृद्धि देखी है। इसके अलावा, सरकार ने रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण और सशस्त्र बलों की क्षमता को मजबूत करने के लिए कई नई योजनाओं की घोषणा की है। 

यह भी ध्यान देने योग्य है कि 2020-21 के बाद रक्षा खर्च का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में हिस्सा घटा है, जो पहले 2.3% था, अब 2.1% तक पहुंच गया है। हालांकि, भारत का रक्षा खर्च दुनिया में चौथा सबसे बड़ा है। SIPRI के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में भारत ने वैश्विक रक्षा खर्च में 1.2% हिस्सा लिया। सरकार ने FY29 तक रक्षा उत्पादन को ₹3 लाख करोड़ और निर्यात को ₹50,000 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। 

यह बदलाव भारत की सैन्य शक्ति को और भी मजबूत करेगा और वैश्विक रक्षा क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूती देगा।

First Published - February 1, 2025 | 2:56 PM IST

संबंधित पोस्ट