घरों के दाम कोरोना काल के दो साल के दौरान ‘मंदा’ रहने के बाद अब फिर चढ़ने शुरू हुए हैं। मांग बढ़ने से खाली पड़े घरों की संख्या भी कम हो रही है। मंगलवार को संसद में पेश इकोनॉमिक सर्वे में यह जानकारी दी गई।
सर्वे में कई निर्माण सामग्रियों पर आयात शुल्क कम किए जाने से आवासीय संपत्तियों के दाम कम होने की उम्मीद जताई गई है।
इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार, इस वित्त वर्ष में आवास ऋण पर बढ़ती ब्याज दरों और संपत्ति की कीमतों में वृद्धि जैसी बाधाओं के बावजूद घरों की बिक्री बढ़ी है। इससे देश के संपत्ति बाजार में सुधार आया है।
सर्वे में कहा गया है कि आवास ऋण की मांग बढ़ने की वजह से ‘दबी मांग’ का निकलना है। सर्वे के अनुसार, वैश्विक आपूर्ति को प्रभावित करने वाले रूस-यूक्रेन युद्ध से निर्माण लागत बढ़ने के चलते घरों के दाम चढ़े थे।