Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार सुबह 11 बजे संसद में 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने लगातार छठा बजट पेश करके मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। मोरारजी देसाई ने दो अंतरिम बजट पेश (एक 1962 में और दूसरा 1967 में) किए थे। देसाई को लगातार छह बजट पेश करने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने कुल 10 केंद्रीय बजट पेश किए थे।
आम बोलचाल की भाषा में समझे तो बजट एक बहीखाता है, जो यह बताता है कि सरकार के पास रुपया कहां से आता है और कहां जाता है। बजट को आसानी से समझने के लिए हम सरकारी खजाने में आने वाले 1 रुपये का हिसाब-किताब देख सकते हैं।
सरकार के खजाने में आने वाले प्रत्येक एक रुपये में 63 पैसा डायरेक्ट, इनडायरेक्ट टैक्स से आएगा। इसके अलावा 28 पैसा कर्ज और अन्य देयताओं, सात पैसे विनिवेश जैसे गैर-कर स्रोतों से और एक पैसा गैर कर्ज पूंजी प्राप्तियों से आएगा।
आम बजट 2024-25 के अनुसार, कुल मिलाकर 36 पैसे डायरेक्ट टैक्स से आएंगे। इसमें कॉरपोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स शामिल है। इनकम टैक्स से 19 पैसे आएंगे, वहीं कॉरपोरेट टैक्स से 17 पैसे आएंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गुरुवार को संसद में पेश किए गए अंतरिम बजट के अनुसार, इनडायरेक्ट टैक्स में माल एवं सेवा कर (GST) से सर्वाधिक 18 पैसे आएंगे। इसके अलावा, सरकार को हर रुपये में पांच पैसे उत्पाद शुल्क से और चार पैसे सीमा शुल्क से हासिल करेगी। अंतरिम बजट 2024-25 के अनुसार, उधार और अन्य देनदारियों से संग्रह 28 पैसे प्रति रुपया होगा।
खर्च के मामले में, ब्याज भुगतान और करों और शुल्कों में राज्यों की हिस्सेदारी प्रत्येक रुपये के लिए 20 पैसे है। रक्षा क्षेत्र के लिए आठ पैसे प्रति रुपये आवंटित किए गए हैं। केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं पर खर्च प्रत्येक रुपये में से 16 पैसे होगा, जबकि केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए आवंटन आठ पैसे है। वित्त आयोग और अन्य हस्तांतरण’ पर व्यय 8 पैसे है। वहीं सब्सिडी और पेंशन मद में व्यय क्रमशः 6 पैसे और 4 पैसे होगा सरकार हर रुपये में से नौ पैसे ‘अन्य व्यय’ मद में खर्च करेगी।
(भाषा के इनपुट के साथ)