facebookmetapixel
50% अमेरिकी टैरिफ के बाद भारतीय निर्यात संगठनों की RBI से मांग: हमें राहत और बैंकिंग समर्थन की जरूरतआंध्र प्रदेश सरकार ने नेपाल से 144 तेलुगु नागरिकों को विशेष विमान से सुरक्षित भारत लायाभारत ने मॉरीशस को 68 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया, हिंद महासागर में रणनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिशविकसित भारत 2047 के लिए सरकारी बैंक बनाएंगे वैश्विक रणनीति, मंथन सम्मेलन में होगी चर्चाE20 पेट्रोल विवाद पर बोले नितिन गडकरी, पेट्रोलियम लॉबी चला रही है राजनीतिक मुहिमभारत को 2070 तक नेट जीरो हासिल करने के लिए 10 लाख करोड़ डॉलर के निवेश की जरूरत: भूपेंद्र यादवGoogle लाएगा नया फीचर: ग्रामीण और शहरी दर्शकों को दिखेगा अलग-अलग विज्ञापन, ब्रांडों को मिलेगा फायदाअब ALMM योजना के तहत स्वदेशी सोलर सेल, इनगोट और पॉलिसिलिकन पर सरकार का जोर: जोशीRupee vs Dollar: रुपया 88.44 के नए निचले स्तर पर लुढ़का, एशिया की सबसे कमजोर करेंसी बनीब्याज मार्जिन पर दबाव के चलते FY26 में भारतीय बैंकों का डिविडेंड भुगतान 4.2% घटने का अनुमान: S&P

Budget 2023: छोटे कारोबारियों को मिली सौगात

Last Updated- February 02, 2023 | 12:05 AM IST
Finance Ministry will meet bank heads बैंक प्रमुखों से मुलाकात करेगा वित्त मंत्रालय
PTI

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में छोटे कारोबारियों को टैक्स ऑडिट के मामले में बड़ी राहत दी है। इन कारोबारियों के लिए presumptive taxation के लिए सालाना कारोबार (टर्नओवर) की सीमा को बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये तक कर दिया गया है। पहले यह सीमा 2 करोड़ रुपये थी। पेशेवरों के मामले में इस सीमा को 50 लाख रुपये से बढ़ाकर 75 लाख रुपये तक कर दिया गया है।

Presumptive taxation योजना को अपनाने से कारोबारियों को टैक्स ऑडिट से छूट मिलती है। इस योजना के तहत इन कारोबारियों के लिए आय सालाना कारोबार की 8 फीसदी (नॉन डिजिटल ट्रांजैक्शन होने पर) मानी जाती है। डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में आय 6 फीसदी मानी जाती है।

Presumptive taxation की सीमा बढ़ी

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा कि छोटे कारोबारी हमारी अर्थव्यवस्था की प्रगति का इंजन है। अभी तक 2 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर वाले छोटे कारोबारी और 50 लाख रुपये तक टर्नओवर वाले कुछ पेशेवर presumptive taxation का लाभ उठा सकते हैं।

मैं इन सीमाओं को उन करदाताओं के लिए क्रमश: 3 करोड़ रुपये और 75 लाख रुपये तक बढ़ाने का प्रस्ताव करती हूं, जिनकी नकदी प्राप्तियां 5 फीसदी से अधिक नहीं है। बजट में MSME को समय पर भुगतान प्राप्त होने की सहायता के लिए और collateral free कर्ज के लिए भी प्रावधान किए गए हैंं।

Collateral free fund को बढ़ावा, समय पर भुगतान को मदद

फेडरेशन ऑफ इंडियन माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (FISME) के महासचिव अनिल भारद्वाज ने कहा कि यह बजट विकास को बढ़ावा देने वाला है। इसमें छोटे कारोबारियों के लिए भी कुछ प्रावधान किए गए है। छोटे कारोबारियों को collateral free fund की सुविधा बढ़ाने के लिए 9,000 करोड़ रुपये Credit Guarantee Fund के तहत आवंटित किए गए हैं। इससे MSME को 2 लाख करोड़ रुपये के collateral free fund की गारंटी दी जाएगी।

इससे MSME के फंड लागत में एक फीसदी कमी आएगी। MSME को भुगतान की समय पर प्राप्ति हो, इसके लिए खरीदार को भुगतान पर किए गए व्यय के लिए कटौती की अनुमति तभी दी जाएगी, जब भुगतान वास्तव में किया गया हो। बजट में सरकार को आपूर्ति करने MSME को भी बड़ी राहत दी गई है।

यह भी पढ़ें: Budget 2023 : सरकार को मिलने वाले एक रुपये में डायरेक्ट, इनडायरेक्ट टैक्स का हिस्सा 58 पैसे

कोरोना महामारी के कारण प्रभावित हुई जिन MSME की बैंक गारंटी जब्त कर ली गई थी या जिन पर जुर्माना लगाया गया था, अब जब्त की गई 95 फीसदी राशि को वापस (reimburse) करना प्रस्तावित किया गया है। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के सचिव हेमंत गुप्ता कहते हैं कि presumptive taxation की सीमा बढ़ाना छोटे कारोबारियों के लिए बड़ी राहत है। आयकर छूट में बढ़ोतरी के प्रस्ताव से आम करदाताओं के साथ ही छोटे कारोबारियों को भी फायदा होगा।

First Published - February 1, 2023 | 6:33 PM IST

संबंधित पोस्ट