टाटा मोटर्स जल्द ही तमिलनाडु के रानीपेट जिले में भावी विनिर्माण संयंत्र के संबंध में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पेश करेगी तथा कंपनी बाजार के रुझान के आधार पर यह फैसला करेगी कि इस संयंत्र से यात्री वाहनों का उत्पाद होगा या वाणिज्यिक वाहनों का।
राज्य के उद्योग मंत्री टीआरबी राजा ने गुरुवार को यह जानकारी दी। राजा ने कहा ‘उन्होंने विकल्प खुले रखे हुए हैं और बाजार के रुझान इसे (संयंत्र में किस तरह के वाहन बनेंगे) तय करेंगे। वे जल्द ही इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट लेकर आएंगे।’
टाटा मोटर्स ने इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की। टाटा मोटर्स और तमिलनाडु सरकार ने 9,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ वेलूर के पास रानीपेट में विनिर्माण इकाई लगाने के लिए बुधवार को समझौता किया है। इस इकाई से पांच साल के दौरान राज्य में 5,000 से अधिक नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।
टाटा मोटर्स के निदेशक मंडल ने हाल में टीएमएल को दो अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। फरवरी में टाटा मोटर्स ने घरेलू यात्री वाहन बाजार में ह्युंडै को पीछे छोड़कर 51,267 वाहन बेचते हुए दूसरा स्थान हासिल किया और पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
हालांकि पिछले महीने वाणिज्यिक वाहन बिक्री में चार प्रतिशत की गिरावट आई है। इस साल फरवरी में टाटा की ईवी बिक्री 6,923 रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 5,318 थी। इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। विश्लेषकों का मानना है कि वित्त वर्ष 25 में वाणिज्यिक वाहन बिक्री में गिरावट का चक्र शुरू हो सकता है।
इक्रा के विश्लेषण से पता चला है कि हालांकि वाणिज्यिक वाहन उद्योग को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 23-24 का समापन कारोबार में दो से पांच प्रतिशत की वृद्धि के साथ होगा लेकिन वित्त वर्ष 25 में यह वृद्धि नरम पड़कर ऋणात्मक चार से सात प्रतिशत या गिरावट तक पहुंच जाएगी।