हाल के महीनों में ऑटोमोटिव (ऑटो) क्षेत्र में ट्रैक्टर खंड का प्रदर्शन शानदार रहा है और वित्त वर्ष 2026 में पूरे वाहन क्षेत्र की तुलना में इसका प्रदर्शन दमदार रहने की संभावना है। जहां वित्त वर्ष 2025 में बिक्री सालाना आधार पर मामूली घटकर 8,83,000 वाहन रह गई, वहीं इस क्षेत्र के मौजूदा वित्त वर्ष में ऊंचे एक अंक में वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है। कई अन्य ऑटो सेगमेंटों के वित्त वर्ष 2026 का समापन वित्त वर्ष 2025 के मुकाबले मामूली वृद्धि या गिरावट के साथ ही किए जाने का अनुमान है।
सूचीबद्ध शेयरों में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने निफ्टी ऑटो सूचकांक से बेहतर प्रदर्शन किया। ऐस्कॉर्ट्स कुबोटा और वीएसटी टिलर्स ट्रैक्टर्स को रफ्तार के लिए अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ संघर्ष करना पड़ा। मजबूत बिक्री परिदृश्य और वृद्धि के विभिन्न कारकों को देखते हुए इन शेयरों में बढ़त से अगले एक साल के दौरान अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
हाल के बिक्री रुझानों, प्रबंधन की उत्साहजनक टिप्पणी और अनुकूल मांग माहौल ट्रैक्टर शेयरों के लिए मुख्य कारक हैं। एमऐंडएम प्रबंधन कृषि क्षेत्र के सकारात्मक संकेतकों, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सामान्य से ज्यादा रहने, धान और अन्य खरीफ फसलों के लिए ऊंचे न्यूनतम समर्थन मूल्यों, जलाशयों के बढ़िया स्तर, शानदार अनाज उत्पादन और नई सरकारी योजनाओं के कारण आशान्वित बना हुआ है। कंपनी को वित्त वर्ष 2026 में पूरे सेक्टर में ऊंचे एक अंक में वृद्धि की उम्मीद है और उसके प्रदर्शन को अनुकूल क्षेत्रीय मिश्रण, खासकर दक्षिण और पश्चिम भारत के मजबूत बाजारों से बढ़ावा मिलेगा। ऐस्कॉर्ट्स को भी उम्मीद है कि इस सेक्टर में मध्यम से ऊंचे एक अंक की वृद्धि होगी और उसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2026 में पहली बार 10 लाख वाहनों का आंकड़ा पार करना है। हालांकि क्षेत्रीय मिश्रण अभी भी चुनौती है, लेकिन कंपनी सभी सेगमेंट में प्रोडक्ट का अंतर दूर करने के लिए काम कर रही है। इस साल विदेशी बिक्री में 20-25 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य है जिससे उद्योग की निर्यात वृद्धि की रफ्तार वह आगे रह सकती है।
सूचीबद्ध कंपनियों में बिक्री का रुझान महत्वपूर्ण उत्प्रेरक बना हुआ है। एमऐंडएम की बाजार भागीदारी में वृद्धि के कारण यह क्षेत्र अप्रैल और मई में सालाना आधार पर ऊंचे एक अंक की गति से बढ़ा है। अकेले मई में घरेलू बाजार में ट्रैक्टर बिक्री में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत और मासिक आधार पर 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एमऐंडएम और वीएसटी टिलर्स ने 10 प्रतिशत और 23 प्रतिशत की मजबूत सालाना वृद्धि दर्ज की, जबकि ऐस्कॉर्ट्स में 2 प्रतिशत की गिरावट आई।
ब्रोकर इस क्षेत्र के परिदृश्य पर सकारात्मक हैं। ऐक्सिस सिक्योरिटीज के विश्लेषक श्रीधर कल्लानी का कहना है, ‘मॉनसून के समय पर आने से ग्रामीण इलाकों में उत्साह बढ़ा है जिससे खरीफ फसलों की बुआई शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2026 में आगे भी ऐसा ही सकारात्मक रुझान जारी रहेगा, जिसे सामान्य से अधिक मॉनसून के पूर्वानुमान, पर्याप्त जलाशय स्तर और बेहतर नकदी स्थिति से मदद मिलेगी।’हालांकि एमऐंडएम के लिए आउटलुक मजबूत बना हुआ है, लेकिन विश्लेषक ऐस्कॉर्ट्स को लेकर कम आश्वस्त हैं। इस कंपनी के बारे में उनका मानना है कि अल्पावधि में उसकी बाजार भागीदारी में गिरावट जारी रहेगी। वे वीएसटी टिलर्स पर भी सतर्क हैं।
बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक कुमार राकेश ने उत्पाद और लाभ दोनों मानकों पर एमऐंडएम के लगातार बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए उसे मजबूत अर्निंग स्टोरी बताया है। कंपनी की नई वाहन पेशकशों से उसे ट्रैक्टर खंड में अपनी बाजार भागरदारी बढ़ाने में मदद मिली है। सुधरते वाहन मिश्रण, बेहतर दायरे और कम नुकसान वाली वैश्विक इकाइयों की वजह से ब्रोकर को कृषि उपकरण व्यवसाय में मजबूत मुनाफे की उम्मीद है। उसने इस शेयर के लिए 3,600 रुपये का कीमत लक्ष्य रखा है।
हालांकि मांग में सुधार हो रहा है। लेकिन मोतीलाल ओसवाल के शोध विश्लेषक अनिकेत म्हात्रे ने चेतावनी दी है कि क्षेत्रीय असंतुलन के कारण ऐस्कॉर्ट्स की बाजार भागीदार में गिरावट वित्त वर्ष 2026 में भी जारी रहने की आशंका है। नए उत्सर्जन मानकों का पालन करने के लिए की गई भारी कीमत वृद्धि के बाद उसके निर्माण उपकरण व्यवसाय के लिए भी परिदृश्य कमजोर बना हुआ है। इन कारकों को देखते हुए ब्रोकरेज ने शेयर का मूल्यांकन उचित मानते हुए 3,227 रुपये का लक्ष्य दिया है।
बीओबी कैपिटल मार्केट्स ने वीएसटी टिलर्स के लिए वित्त वर्ष 2026 और 2027 के प्रति शेयर आय अनुमान 6 फीसदी और 1 फीसदी तक घटाए हैं। ब्रोकरेज के विश्लेषक मिलिंद रागिनवार का मानना है कि मूल्यांकन और आय में तालमेल नहीं दिखता है। उनका मानना है कि कंपनी का ध्यान महंगे फार्म उपकरणों, नॉन-फार्म सेगमेंट से योगदान और क्षेत्रीय विविधीकरण पर बना हुआ है, लेकिन इसके बावजूद कंपनी का प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं है।