जापान की वाहन विनिर्माता टोयोटा मोटर्स अगले दो वर्षों में सॉलिड स्टेट बैटरी वाले इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेगी। कंपनी का मकसद दुनिया भर में ऐसे वाहन पेश करना है जो तेजी से चार्ज हो सकें और लंबे समय तक चलें। गुरुवार को वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान कंपनी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सॉलिड स्टेट बैटरियां इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की ज्यादा दूरी तय करने में सुधार करने का दावा करती हैं। इसे टोयोटा ने जून में पेश किया था क्योंकि कंपनी टेस्ला और चीन की कंपनी बीवाईडी से मात खा रही थी।
पिछले साल टोयोटा और तेल रिफाइनर इदेमित्सु कोसान ने कहा था कि वे सॉलिड स्टेट बैटरियों को विकसित करने और बड़े पैमाने पर इनका उत्पादन करने के लिए करार करेंगे।
इसका लक्ष्य साल 2027-2028 तक व्यावसायीकरण करना है और फिर बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन किया जाएगा। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के इंडिया हेड विक्रम गुलाटी ने कहा, ‘अब से अगले दो वर्षों में हम सॉलिड स्टेट इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने वाले हैं। यह 10 मिनट में चार्ज होने वाला वाहन होगा और 1,200 किलोमीटर (750 मील) की तक चलेगा और बैटरी भी लंबे तक समय तक चलेगी।’
गुलाटी वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे जहां भारत सरकार का जोर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े वाहन बाजार में ईवी विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने के लिए निवेश जुटाना है।
सम्मेलन के पहले दिन बुधवार को जापान की सुजुकी मोटर ने कहा था कि कंपनी की भारतीय इकाई और टोयोटा की साझेदार मारुति सुजुकी समूह के पहले बैटरी वाले इलेक्ट्रिक वाहन का निर्यात जापान और यूरोप में करेगी। पिछले साल भारत की कुल कार बिक्री में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी 2 फीसदी थी मगर सरकार का लक्ष्य साल 2030 तक इसे 30 फीसदी करने का है।