भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India – CCI) ने रेनो ग्रुप बी.वी. और रेनो एस.ए.एस. द्वारा रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Renault Nissan Automotive India Pvt. Ltd.) में हिस्सेदारी अधिग्रहण के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
यह अधिग्रहण प्रस्ताव रेनो ग्रुप बी.वी. (Acquirer 1) और उसके नामांकित रेनो एस.ए.एस. (Acquirer 2) द्वारा निसान मोटर कंपनी लिमिटेड, जापान और निसान ओवरसीज इन्वेस्टमेंट्स बी.वी. द्वारा रेनो-निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में रखी गई इक्विटी और पूरी तरह से चुकता जीरो-कूपन, नॉन-कन्वर्टिबल, रिडीमेबल प्रेफरेंस शेयरों के अधिग्रहण से जुड़ा है।
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Acquirer 1 (Renault Group B.V.):
यह कंपनी वैश्विक स्तर पर पैसेंजर कार, लाइट कमर्शियल व्हीकल और इलेक्ट्रिक वाहनों के डिजाइन, निर्माण और विपणन के साथ-साथ मोबिलिटी सेवाएं भी प्रदान करती है।
Acquirer 2 (Renault S.A.S):
यह मोटर वाहनों के निर्माण, व्यापार, मरम्मत, रखरखाव और किराए पर देने के कार्यों में संलग्न है। इसके अलावा, यह वाहन निर्माण से जुड़े उपकरण और पार्ट्स के उत्पादन व संबंधित सेवाएं भी प्रदान करती है।
दोनों अधिग्रहणकर्ता कंपनियां अंततः Renault S.A. के नियंत्रण में हैं और Renault Group का हिस्सा हैं।
Renault Nissan Automotive India Private Limited भारत में पैसेंजर वाहनों का निर्माण और असेम्बली करती है, जिसमें ट्रांसमिशन, व्हीकल पार्ट्स और अन्य संबंधित सेवाएं शामिल हैं। यह सेवाएं रेनो और निसान दोनों को प्रदान की जाती हैं।
इस प्रस्तावित अधिग्रहण के माध्यम से रेनो ग्रुप भारतीय वाहन निर्माण उद्योग में अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा। इससे देश में विदेशी निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा और भारतीय ऑटोमोबाइल क्षेत्र में तकनीकी सहयोग और उत्पादन क्षमता में इजाफा होने की संभावना है। सीसीआई की मंजूरी से यह सौदा अब आधिकारिक रूप से आगे बढ़ सकेगा।